India News (इंडिया न्यूज),Shani Dev: शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या के बारे में सुनते ही लोग चिंतित हो जाते हैं। इसका कारण यह है कि यह उनके लिए सबसे कठिन समय होता है। शनि की साढ़ेसाती साढ़े सात साल तक रहती है। इसे तीन भागों में बांटा गया है। शुरुआती ढाई साल में मानसिक तनाव और उलझन का सामना करना पड़ता है। इसमें व्यक्ति को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। अगले ढाई साल में व्यक्ति को समझ में आता है कि कौन सच्चा दोस्त है और कौन नहीं। वहीं आखिरी ढाई साल में काफी मेहनत करनी पड़ती है। इसके परिणाम भविष्य में शुभ होते हैं। अगर आप मेहनती और ईमानदार हैं तो साढ़ेसाती में भी तरक्की पा सकते हैं।

शनि के कमजोर होने पर दिखते हैं ये लक्षण

कुंडली में शनि के कमजोर होने पर व्यक्ति को जीवन में परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसा व्यक्ति बुरी संगत का शिकार हो जाता है। उसे शराब और सिगरेट की लत लग जाती है। धन की हानि होती है। कड़ी मेहनत के बाद भी सफलता नहीं मिलती। नौकरी या व्यापार में परेशानियां आती हैं और परिवार में अशांति रहती है। कड़ी मेहनत के बाद भी सही परिणाम नहीं मिलते। ये सभी कुंडली में शनि के कमजोर होने के संकेत हैं।

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शनि को ऐसे करें मजबूत

अगर आप शनि की दशा से परेशान हैं तो परेशान होने की जरूरत नहीं है। इसके लिए आप ये उपाय अपना सकते हैं। इन्हें करने से आपकी कुंडली में शनि मजबूत होंगे और आपको उनका आशीर्वाद भी मिल सकता है। शनि को मजबूत करने का सबसे अच्छा उपाय है कि आप मेहनत और ईमानदारी से काम करें। किसी के साथ धोखा या आलस्य न करें। शनि को प्रसन्न करने के लिए जितना हो सके दान करें। शनिवार के दिन तिल, तेल, गुड़, सरसों का तेल, गुलाब जामुन और अंगूर का दान करें। पीपल के पेड़ की पूजा करें और भूलकर भी किसी की भावनाओं को ठेस न पहुंचाएं। इससे शनि प्रसन्न होते हैं।

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