India News (इंडिया न्यूज),Spiritual Presence: अगर किसी व्यक्ति के जीवन में ये लक्षण नजर आएं तो वह कोई साधारण व्यक्ति नहीं है। ये तो सभी जानते हैं कि इस ब्रह्मांड के कण-कण में भगवान का वास है। भगवान हर जगह मौजूद हैं। यहां तक कि भगवान हमारे अंदर भी बसते हैं। भगवान भले ही प्रत्यक्ष रूप से दिखाई न दें, लेकिन हमें उनकी मौजूदगी का अहसास होता है। अगर किसी व्यक्ति के अंदर ऐसे लक्षण नजर आएं तो वह कोई साधारण व्यक्ति नहीं बल्कि कोई असाधारण शक्ति है। श्री कृष्ण ने ऐसे व्यक्ति को श्रेष्ठ कहा है। क्योंकि साधारण इंसानों में ऐसे लक्षण नहीं होते। ऐसे व्यक्तियों में जन्म से ही लक्षण दिखने लगते हैं। ऐसे व्यक्ति जब बड़े होते हैं तो दुनिया में प्रसिद्धि प्राप्त करते हैं। आइए जानते हैं कौन से लक्षण व्यक्ति को असाधारण बनाते हैं।
ईश्वर पर होगा पूरा भरोसा
भगवान श्री कृष्ण कहते हैं कि जो व्यक्ति किसी भी कार्य को करते समय बिल्कुल भी नहीं डरता है और मौसम, परिस्थिति आदि की बिल्कुल भी चिंता नहीं करता है, वह पूरी मेहनत और पुरुषार्थ के साथ अपने लक्ष्य की ओर आगे बढ़ता है। संकट चाहे कितना भी बड़ा क्यों न हो, वह व्यक्ति कभी भी अपना काम बीच में नहीं छोड़ता है। अच्छे-बुरे की चिंता किए बिना, विचलित हुए बिना, यह व्यक्ति अपने काम में लगा रहता है। इस व्यक्ति को खुद पर और ईश्वर पर पूरा भरोसा होता है।
बुराई से रहता है दूर
जिस व्यक्ति में असाधारण प्रतिभा होती है, उसे ईश्वर की कृपा प्राप्त होती है। ऐसा व्यक्ति जीवन में कभी भी किसी दूसरे व्यक्ति की बुराई नहीं करता है। वह व्यक्ति निंदा, चुगली, छल, कपट आदि से दूर रहता है। ऐसे व्यक्ति को ईश्वर की कृपा प्राप्त होती है।
दैवीय शक्ति का बना रहता है घेरा
ऐसा व्यक्ति अपने दैनिक कार्यों से बचे समय को भक्ति, पूजा और ईश्वर के नाम जाप में लगाता है। वह ईश्वर को ही एकमात्र सत्य मानकर उसका अनुभव करता है। ऐसे व्यक्ति के चारों ओर दैवीय शक्ति का एक पवित्र घेरा बना रहता है। इससे उसे ईश्वर की उपस्थिति का अहसास होता रहता है।
असहाय लोगों की मदद
ऐसा व्यक्ति समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए पुण्य कर्म करता रहता है। विपत्तियों और आपदाओं के समय मुसीबत में फंसे गरीब, असहाय, विकलांग लोगों की मदद करता रहता है।
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किसी से न रखें घृणा
ऐसा व्यक्ति कभी किसी के साथ अन्याय नहीं करता। न ही किसी दूसरे व्यक्ति का धन हड़पता है। समर्थ होते हुए भी वह कभी अत्याचार या पाप कर्म नहीं करता और दूसरों के कल्याण के लिए अपना जीवन व्यतीत करता है। न ही किसी की जीविका को नुकसान पहुंचाता है। न ही किसी जीव से घृणा करता है।
हो जाता है घटना का अहसास
ऐसे व्यक्ति को किसी भी घटना का पूर्वाभास पहले ही हो जाता है। यदि भविष्य में कुछ अच्छा या बुरा होने वाला है, तो ऐसे व्यक्ति को उसके बारे में पहले ही पता चल जाता है।