India News (इंडिया न्यूज), Story of Khatu Shyam: खाटू श्याम जी, जिन्हें हारे का सहारा, तीन बाण धारी और शीश का दानी जैसे कई नामों से जाना जाता है, भक्तों के संकटमोचक और कल्याणकारी देवता हैं। पौराणिक कथाओं के अनुसार, खाटू श्याम जी महाभारत के महान योद्धा भीम के पौत्र और घटोत्कच के पुत्र बर्बरीक के रूप में जाने जाते हैं। सीकर जिले में स्थित खाटू श्याम जी का मंदिर, भक्तों की श्रद्धा का प्रमुख केंद्र है। आइए जानें उनकी कृपा पाने के उपाय और उनसे जुड़ी पौराणिक कथा।
महाभारत से खाटू श्याम जी की कथा
महाभारत युद्ध के दौरान, बर्बरीक अपनी असाधारण शक्ति और तीन अमोघ बाणों के कारण प्रसिद्ध थे। लेकिन उनकी शक्ति का उपयोग केवल धर्म की स्थापना के लिए होना चाहिए, यह सुनिश्चित करने के लिए भगवान श्रीकृष्ण ने उनसे उनका शीश (सिर) दान में मांगा। बर्बरीक ने अपने शीश का दान कर दिया और इसके बदले में श्रीकृष्ण ने उन्हें यह वरदान दिया कि कलयुग में उन्हें उनके नाम से पूजा जाएगा। यही कारण है कि आज बर्बरीक को खाटू श्याम जी के नाम से पूजा जाता है।
बाबा के चरणों में अरदास लगाने का तरीका
अगर आप भी बाबा खाटू श्याम जी के दर्शन करने या उनकी कृपा पाने की इच्छा रखते हैं, तो इन उपायों को जरूर अपनाएं:
जरूरी सामग्री:
- लाल रंग का पैन
- सूखा नारियल
- लाल रंग का धागा
अरदास लगाने की प्रक्रिया:
- सबसे पहले, अपने घर के पूजा स्थान में बैठकर लाल पैन से एक नए पेज पर अपनी मनोकामना लिखें। ध्यान रखें कि एक बार में केवल एक ही इच्छा लिखें।
- अपनी श्रद्धा अनुसार, इच्छापत्र के साथ दक्षिणा रखें।
- नारियल को लाल धागे से बांधकर इच्छापत्र और दक्षिणा के साथ रखें।
- इसे बाबा खाटू श्याम जी के मंदिर में अर्पित करें और अपनी मनोकामना पूरी होने की प्रार्थना करें।
महत्वपूर्ण बातें ध्यान में रखें
- मनोकामना लिखते समय आपका मन पूरी तरह से साफ और सकारात्मक होना चाहिए।
- कोई ऐसी इच्छा न लिखें, जो असंभव हो या जिसमें किसी का अहित हो।
- बाबा के चरणों में पूरी श्रद्धा और विश्वास के साथ अरदास लगाएं।
घर पर भी कर सकते हैं अरदास
अगर आप खाटू श्याम जी के मंदिर नहीं जा पा रहे हैं, तो घर पर ही उनकी मूर्ति या तस्वीर के सामने अरदास लगा सकते हैं। सच्चे मन से की गई प्रार्थना अवश्य स्वीकार होती है।
खाटू श्याम जी की महिमा
बाबा खाटू श्याम जी को भक्त “हारे का सहारा” कहते हैं, क्योंकि वे अपने भक्तों की हर परिस्थिति में मदद करते हैं। उनकी पूजा करने से मन को शांति और जीवन में नई ऊर्जा प्राप्त होती है।
अगर आप भी बाबा खाटू श्याम जी की कृपा पाना चाहते हैं, तो श्रद्धा और विश्वास के साथ उनकी पूजा करें। चाहे मंदिर जाकर या घर पर, उनकी महिमा में अरदास लगाएं और अपनी मनोकामना पूरी होने की प्रार्थना करें। बाबा के आशीर्वाद से हर बाधा दूर होती है और जीवन सुख-समृद्धि से भर जाता है।
आखिर कैसे रोज कर्ण को आता था एक ही सपना हर रात…महाभारत इस कहानी का एक और पन्ना पढ़ लीजिये आज!