Success is the Realization of Inner Strength
हर सफल व्यक्ति के पीछे एक अलौकिक वाणी होती है… जो कहती है
श्री श्री रविशंकर
आध्यात्मिक गुरु
Shri Shri Ravi Shankar
ह म सभी ने इस धरती पर जन्म कुछ नया और अनोखा कार्य करने के लिए जन्म लिया है…इस अवसर को किसी भी हाल में भी ना गवाएं। स्वयं को कुछ बड़ा सोचने और सपने देखने की आजादी आपको देनी ही चाहिए… जो चीज आपको प्रिय है….वे सपने जिन्हें आप पूरा करना चाहते हैं… उनके लिए आपके पास साहस होना अत्यंत आवश्यक है। कुछ रचनात्मक करना प्रारंभ कीजिए… कभी आपने सोचा है कि सफलता क्या है…? सफलता केवल अपनी क्षमताओं का ज्ञान होना ही है… आपकी अंदरूनी शक्ति का आभास होना ही सफलता है।
आपको लगता है कि आप बस इतना ही कर सकते हैं… अगर बाधाएं हैं … तो आपको अपने उद्देश्यों के प्रति सजग रहना चाहिए। शांत मस्तिष्क के साथ अपने जीवन में आने वाले विभिन्न अवसरों के विषय में सोचें… आपको समझना चाहिए कि असफलता केवल आपको सफलता की ओर आगे धकेलने के लिए एक पत्थर भर है। दरअसल जीवन में असफलता जैसा कुछ नहीं होता… जिसे आप हार या असफलता मानते हैं वह एक पत्थर है जिससे ठोकर खाकर आप आगे की ओर चलते हैं। अगर आपको लगता है कि मार्ग में आने वाली बाधाएं बहुत बड़ी हैं … याद रखें प्रार्थनाएं चमत्कार कर सकती हैं … जब आपको यह अहसास हो जाएगा कि आपके साथ ईश्वरीय शक्ति है… तब आपके भीतर के सभी नकारात्मक विचार गायब हो जाएंगे… आप माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने जैसा कठिन कार्य भी आसानी से कर बैठेंगे।
तितली को उड़ते देखना, अपने बगीचे में पानी देना, पक्षियों के चहचहाने की आवाज सुनना…. ये मामूली दिखने वाली चीजें आपके मस्तिष्क को शांत कर आगे बढ़ने की प्रेरणा देती है। हर सफल व्यक्ति के पीछे एक अलौकिक वाणी होती है… जो कहती है ‘चिंता मत कर मैं तेरे साथ हूं’।
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