India News (इंडिया न्यूज), Surya Gochar 2025: वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, सूर्य ग्रह को सभी ग्रहों का राजा माना जाता है। जब सूर्य एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करता है, तो इस खगोलीय घटना को संक्रांति पर्व के रूप में मनाया जाता है। सालभर में कुल 12 संक्रांतियां मनाई जाती हैं, जिनमें से हर एक का अपना अलग महत्व होता है।
वर्तमान में सूर्य ग्रह मेष राशि में स्थित हैं और 15 मई को रात 12:20 बजे वृषभ राशि में प्रवेश करेंगे। इस घटना को वृषभ संक्रांति के रूप में मनाया जाएगा। वृषभ संक्रांति के दिन गंगा स्नान, दान, और विशेष उपायों का विशेष महत्व है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, सूर्य का यह गोचर कुछ राशि के जातकों के लिए अत्यंत शुभ साबित हो सकता है। आइए जानते हैं, किन राशियों पर वृषभ संक्रांति का प्रभाव सकारात्मक रहेगा।
वृषभ राशि
वृषभ राशि के जातकों के लिए यह गोचर बेहद लाभकारी रहेगा।
- करियर और रोजगार: नौकरीपेशा लोगों के लिए यह समय तरक्की का रहेगा। कार्यक्षेत्र में नई योजनाओं पर काम करेंगे और सकारात्मक परिणाम मिलेंगे।
- धन और व्यापार: धन वृद्धि के प्रबल योग बन रहे हैं। व्यापार को विस्तार देने की योजनाएं सफल हो सकती हैं।
- सामाजिक मान-सम्मान: समाज में आपकी प्रतिष्ठा बढ़ेगी। आपकी मेहनत और योजनाओं को सराहा जाएगा।
कन्या राशि
कन्या राशि के जातकों के लिए सूर्य का यह गोचर शुभ फलदायक रहेगा।
- धन और आत्मविश्वास: धन लाभ के योग बनेंगे और आत्मविश्वास में बढ़ोतरी होगी।
- कार्यक्षेत्र और सामाजिक सम्मान: कार्यक्षेत्र में आपकी मेहनत और लगन की प्रशंसा होगी। सामाजिक स्तर पर भी आपकी छवि मजबूत होगी।
- पारिवारिक जीवन: पारिवारिक कलह से बचाव करने में सफल रहेंगे। छात्रों के लिए यह समय पढ़ाई और प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता के लिए अनुकूल रहेगा।
मकर राशि
मकर राशि के लिए सूर्य का वृषभ में गोचर अत्यंत शुभ रहेगा।
- आत्मविश्वास और करियर: आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। नौकरीपेशा जातकों को नई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन वे अंततः सफलता प्राप्त करेंगे।
- सुख और खुशियां: संतान से सुख की प्राप्ति होगी। घर-परिवार में कोई शुभ समाचार मिल सकता है।
- विवादों से बचाव: इस दौरान विवादों से बचकर रहने की सलाह दी जाती है, ताकि अनावश्यक परेशानियों से बचा जा सके।
संक्रांति के दिन विशेष उपाय
वृषभ संक्रांति पर ज्योतिषीय दृष्टिकोण से कुछ उपाय करना अत्यंत लाभकारी माना गया है।
- गंगा स्नान: गंगा स्नान करने से शारीरिक और मानसिक शुद्धि होती है।
- दान-पुण्य: जरूरतमंदों को अनाज, वस्त्र, या धन का दान करें।
- सूर्य पूजा: सूर्यदेव को जल अर्पित करें और “ऊं सूर्याय नमः” का जप करें।
वृषभ संक्रांति ज्योतिषीय दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण घटना है। सूर्य का यह गोचर विशेष रूप से वृषभ, कन्या, और मकर राशियों के लिए शुभ रहेगा। इस अवसर पर गंगा स्नान, दान, और धार्मिक अनुष्ठानों का पालन करने से न केवल आध्यात्मिक लाभ होगा, बल्कि जीवन में सकारात्मक बदलाव भी आएंगे।