India News (इंडिया न्यूज),Surya Gochar 2025: ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों के राजा सूर्य को मान-सम्मान, आत्मा, पिता, ऊर्जा, नेतृत्व क्षमता और उच्च पद का कारक माना जाता है, जो एक निश्चित समय में गोचर करते हैं। सूर्य देव करीब 30 दिनों में राशि परिवर्तन करते हैं, इस दौरान दो से तीन बार नक्षत्र गोचर करते हैं। वैदिक पंचांग के अनुसार आज से 17 दिन बाद सोमवार 31 मार्च 2025 को दोपहर 2 बजकर 8 मिनट पर सूर्य देव रेवती नक्षत्र में गोचर करेंगे। रेवती नक्षत्र के स्वामी बुध और बृहस्पति माने जाते हैं जो नवग्रहों के महत्वपूर्ण अंग हैं। वर्तमान समय में सूर्य देव पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र में विराजमान हैं जिसका स्वामी ग्रह बृहस्पति है। आइए जानते हैं 31 मार्च 2025 तक किन राशियों को विभिन्न कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा।
31 मार्च तक परेशान रहेंगे ये 3 राशि वाले
वृषभ राशि
सूर्य के गोचर से पहले का समय वृषभ राशि वालों के लिए लाभकारी नहीं रहेगा। एक तरफ व्यापारियों को भारी नुकसान होगा। वहीं दूसरी तरफ नौकरीपेशा लोगों को नौकरी से निकाला जा सकता है। दुकानदारों के लिए भी आने वाला समय अनुकूल नहीं रहेगा। उन्हें पैसों के लिए तरसना पड़ सकता है। 70 साल से अधिक उम्र के लोगों को कोई गंभीर बीमारी हो सकती है। दंपत्तियों के बीच दिन-प्रतिदिन मतभेद बढ़ेंगे, जिसके कारण इस साल उनका रिश्ता टूट सकता है।
मकर राशि
ग्रहों के राजा सूर्य के गोचर से पहले मकर राशि के जातकों को चिंता रहेगी। कारोबारियों का मानसिक तनाव व्यापार में लगातार घाटे के कारण बढ़ेगा। अत्यधिक चिंता के कारण स्वास्थ्य भी खराब हो सकता है। वहीं नौकरीपेशा लोगों को काम में लापरवाही नहीं दिखानी चाहिए। अन्यथा उन्हें नौकरी से निकाला जा सकता है। लव लाइफ से जुड़े फैसले जल्दबाजी में लेना कपल्स के लिए ठीक नहीं रहेगा। अगले 17 दिनों तक घर में तनाव का माहौल बना रहेगा। इसके अलावा रिश्तेदारों से लड़ाई होने की भी संभावना है।
कुंभ राशि
कला, शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए यह समय अनुकूल नहीं है। नौकरीपेशा लोगों को नई जिम्मेदारियां मिलेंगी जिससे वे मानसिक रूप से परेशान रहेंगे। इसके अलावा बॉस से अनबन होने की भी संभावना है। कारोबारी पैसों को लेकर परेशान रहेंगे। दुकानदार अगले 17 दिनों तक कर्ज न लें तो उनके लिए अच्छा रहेगा। जिन लोगों की हाल ही में शादी हुई है उनका अपने परिवार वालों से झगड़ा हो सकता है। यदि कहीं धार्मिक यात्रा पर जाने की योजना बन रही है तो उसे कुछ समय के लिए टाला जा सकता है।