India News (इंडिया न्यूज),Door mat: डोर मैट (पायदान) आपके घर का एक सामान्य लेकिन महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह सिर्फ गंदगी को रोकने का काम नहीं करता, बल्कि वास्तु शास्त्र के अनुसार आपके जीवन में सकारात्मकता और समृद्धि लाने या बाधाओं को बढ़ाने में भी भूमिका निभा सकता है। गलत तरीके से रखा गया डोर मैट आर्थिक तंगी और कंगाली का कारण बन सकता है। आइए जानते हैं कि इसे कैसे सही तरीके से रखा जाए ताकि आप इसका पूरा लाभ उठा सकें।

1.सही दिशा में रखें डोर मैट

वास्तु शास्त्र के अनुसार, डोर मैट को घर के मुख्य दरवाजे के बाहर रखा जाना चाहिए। यह घर में प्रवेश करने वाली नकारात्मक ऊर्जा को रोकने का काम करता है।

ध्यान दें: डोर मैट को हमेशा उत्तर, पूर्व, या उत्तर-पूर्व दिशा में रखें।

दक्षिण या पश्चिम दिशा में डोर मैट रखने से बचें, क्योंकि यह नकारात्मक ऊर्जा को घर के अंदर खींच सकता है।

Viral News: ‘बाप के दो टुकड़े करो’, कलियुगी बेटों को मर चुके पिता पर भी नहीं आया तरस, अंतिम संस्कार पर कर डाली छीछालेदर

2.डोर मैट का रंग और डिज़ाइन चुनते समय सावधानी बरतें

रंग और डिज़ाइन का आपके जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ता है।

सकारात्मक रंग: हरा, लाल, और पीला रंग आर्थिक वृद्धि और सुख-समृद्धि के प्रतीक माने जाते हैं।

नकारात्मक रंग: काले, भूरे, या गहरे नीले रंग के डोर मैट से बचें, क्योंकि ये नकारात्मकता को आकर्षित कर सकते हैं।

डोर मैट पर शुभ चिन्ह जैसे स्वास्तिक या “शुभ लाभ” लिखा होना लाभकारी माना जाता है।

लखनऊ पहुंचे भूटान नरेश, CM योगी ने किया स्वागत, कल महाकुंभ में करेंगे स्नान

3.गंदा या फटा हुआ डोर मैट न रखें

गंदे और फटे हुए डोर मैट को घर में रखना वास्तु दोष पैदा कर सकता है। यह कंगाली, विवाद और धन हानि का कारण बन सकता है।

क्या करें:

नियमित रूप से डोर मैट की सफाई करें।

यदि डोर मैट पुराना या फटा हुआ हो, तो उसे तुरंत बदल दें।

4.मुख्य द्वार पर डोर मैट का महत्व

मुख्य द्वार घर में ऊर्जा का प्रवेश द्वार होता है।

डोर मैट को इस प्रकार रखें कि हर व्यक्ति के जूते की गंदगी और नकारात्मक ऊर्जा बाहर ही छूट जाए।

डोर मैट पर खड़े होकर जूते पोंछने की आदत बनाएं।

5. शुभ प्रतीकों का उपयोग करें

वास्तु शास्त्र के अनुसार, डोर मैट पर शुभ प्रतीक जैसे ओम, स्वास्तिक, या लक्ष्मी जी के चरण चिन्ह बने होने चाहिए। यह धन और सुख-शांति को आकर्षित करता है।

क्या न करें:

अशुभ चित्र या संदेश वाले डोर मैट का उपयोग न करें।

डोर मैट को अनियमित और गंदे स्थानों पर न रखें।

उत्तराखंड के इस अस्पतला में तीमारदारों को मिलेगा मुफ्त भोजन, ऋतु खण्डूडी के प्रयासों से शुरू हुई सेवा

डोर मैट के अन्य वास्तु लाभ

1. धन की बचत: सही दिशा और रंग का डोर मैट आर्थिक हानि को रोकता है।

2. शांति: नकारात्मक ऊर्जा को घर में प्रवेश करने से रोककर शांति बनाए रखता है।

3. सकारात्मक ऊर्जा: घर के अंदर सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बनाए रखता है।

डोर मैट, भले ही छोटा हो, लेकिन इसका वास्तु में विशेष महत्व है। इसे सही दिशा, रंग, और डिज़ाइन में रखना बेहद जरूरी है। गंदा, फटा या गलत जगह रखा डोर मैट आर्थिक और मानसिक समस्याओं का कारण बन सकता है। इसलिए, डोर मैट को वास्तु नियमों के अनुसार सही तरीके से रखें और अपने जीवन में सुख, समृद्धि, और सकारात्मकता को आकर्षित करें।

“सिर्फ पायदान नहीं, यह आपका समृद्धि द्वार है। इसे सही रखें और हर कदम सफलता की ओर बढ़ाएं।”

उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में वसंत पंचमी की धूम, फाग उत्सव का हुआ आगाज