India News (इंडिया न्यूज), Karni Mata Temple: 22 मई 2025 को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राजस्थान के प्रसिद्ध करणी माता मंदिर में माता के दर्शन करेंगे। इस अवसर पर उनके साथ केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा भी मौजूद रहेंगे। यह मंदिर न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र है, बल्कि अपनी अनोखी प्रथाओं और चमत्कारिक मान्यताओं के लिए भी प्रसिद्ध है।
करणी माता मंदिर: चूहों का अद्वितीय धाम
राजस्थान के बीकानेर जिले में स्थित करणी माता मंदिर को मां दुर्गा का अवतार माना जाता है। करणी माता जोधपुर और बीकानेर के राजपरिवारों की कुलदेवी हैं।
यह मंदिर अपनी अनोखी प्रथा के लिए विश्वविख्यात है, जहां हजारों चूहे स्वतंत्र रूप से विचरण करते हैं। इन्हें श्रद्धालुओं द्वारा “काबा” कहा जाता है और विशेष रूप से पूजा जाता है। ऐसा माना जाता है कि इन चूहों में करणी माता के भक्तों की आत्माएं निवास करती हैं।
धार्मिक मान्यताएं और करणी माता का तप
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, करणी माता ने 100 वर्षों तक कठोर तप किया और 151 वर्षों तक जीवित रहीं। उन्होंने विवाह के बाद सांसारिक मोह-माया का त्याग कर तपस्या की। यह मंदिर उनकी दिव्यता और शक्ति का प्रतीक है।
श्रद्धालुओं का मानना है कि मंदिर में सफेद चूहा दिखना अत्यंत शुभ होता है। यह जीवन में भाग्य जागने और कष्टों के निवारण का संकेत देता है। ऐसे दर्शन को माता की विशेष कृपा माना जाता है।
मंदिर की अनोखी प्रथा
करणी माता मंदिर में माता को भोग लगाने की प्रथा अत्यंत अनोखी है। पहले भोग माता रानी को अर्पित किया जाता है, जिसके बाद यह चूहों को खिलाया जाता है। जब चूहे इसे ग्रहण कर लेते हैं, तब इसे भक्तों में प्रसाद के रूप में बांटा जाता है। इसे अत्यंत पवित्र और शुभ माना जाता है।
प्रधानमंत्री का दौरा और श्रद्धा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह दौरा मंदिर के प्रति उनकी गहरी आस्था और भारतीय संस्कृति को समर्थन का प्रतीक है। इस अवसर पर मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना की जाएगी। साथ ही, इस दौरे को धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
करणी माता का यह मंदिर भारतीय परंपराओं और आस्थाओं का जीवंत प्रमाण है, जहां भक्तों को चमत्कारों और आध्यात्मिक शांति का अनुभव होता है। प्रधानमंत्री की उपस्थिति इस पवित्र स्थल की महिमा को और बढ़ाएगी।