India News (इंडिया न्यूज़), Aaj Ka Panchang: आज यानि 27 मार्च 2024 को चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि पड़ रहा है। शास्त्रों के अनुसार इस तिथि पर चित्रा नक्षत्र और व्याघात योग का संयोग रहने वाला है। आज के दिन के शुभ मुहूर्त पर नजर डालें तो बुधवार को अभिजीत मुहूर्त नहीं है। वहीं राहुकाल 12:26-13:58 तक रहेगा। जान लें कि चंद्रमा तुला राशि में मौजूद रहेंगे।
- हिंदू पंचांग को वैदिक पंचांग भी कहा जाता है
- शुभ मुहूर्त -अभिजीत नहीं है
- पंचांग से ही समय और काल की सटीक गणना होती है
क्या है पंचांग
हिंदू पंचांग को वैदिक पंचांग भी कहा जाता है। पंचांग के जरिये ही समय और काल की सटीक गणना हम कर पाते हैं। पंचांग मुख्य रूप से पांच अंगों से मिलकर बना है। वो पांच अंग तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण है।
आज का पंचांग
तिथि- द्वितीया -17:06 तक
नक्षत्र- चित्रा- 16:15 तक
प्रथम- करण गर -17:06 तक
द्वितीय- करण वणिज -30:04 तक
पक्ष- कृष्ण
वार- बुधवार
योग -व्याघात -22:53 तक
सूर्योदय- 06:17
सूर्यास्त -18:35
चंद्रमा- तुला- 02:56 तक
राहुकाल- 12:26-13:58
विक्रमी -संवत्- 2080
शक -संवत -1944
मास- चैत्र
शुभ मुहूर्त -अभिजीत नहीं है
Aaj Ka Rashifal: आज कुछ राशियों का खुलेगा भाग्य, जानिए क्या कहते हैं आपके सितारे
राहु कालम् और यमगंडम का समय आज
राहु काल को किसी भी शुभ कार्य के लिए शुभ समय नहीं माना जाता है और यह राहुकाल के दौरान शुरू किए गए कार्यों के लिए प्रतिकूल परिणाम देने के लिए जाना जाता है। इसलिए, कुछ भी नया शुरू करने से पहले हमेशा राहु कालम् समय पर विचार किया जाता है।
शुभ/अशुभ समय: राहु काल और नल्ला नेरम
दक्षिण भारत में प्रसिद्ध नल्ला नेरम को कुछ भी नया शुरू करने या नए वाहन खरीदने, गृह प्रवेश, विवाह मुहूर्त और बहुत कुछ जैसे महत्वपूर्ण कार्यों के लिए शुभ समय माना जाता है। चौघड़िया, पंचांग और हिंदू कैलेंडर, उपयोगकर्ताओं को एक दिन में सबसे शुभ और अशुभ समय खोजने की अनुमति देता है।
दक्षिण भारत में लोग आमतौर पर सप्ताह के प्रत्येक दिन, सबसे अनुकूल समय खोजने के लिए नल्ला नेरम और गौरी पंचांग का उल्लेख करते हैं।
Weather Update: दिल्ली में बरसेंगे बादल! पहाड़ों पर बर्फबारी; जानें IMD की चेतावनी
आज राहुकालम् समय की गणना
वैदिक ज्योतिष के अनुसार, आपको दैनिक राहु काल का समय बताने के लिए किसी ज्योतिषी की आवश्यकता नहीं है। वैदिक गणना की सहायता से यमगंडम और राहु काल समय की गणना करना काफी सरल है। दिन के उजाले के समय को 8 बराबर खंडों में विभाजित करें, जिससे आपको प्रत्येक 90 मिनट के बराबर स्लॉट मिलेंगे।
हर दिन, 90 मिनट के एक अलग स्लॉट को राहु कालम समय के रूप में जाना जाता है, जिसके दौरान किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत करना अशुभ माना जाता है।
कुछ भी नया शुरू करने से पहले दैनिक पंचांग देखें और आज के अनुकूल और प्रतिकूल समय का पता लगाने के लिए चौघड़िया समय देखें।
Chaitra Navratri 2024: कब से होगी चैत्र नवरात्री की शुरूआत? जानें तिथि से लेकर शुभ मुहूर्त