India News (इंडिया न्यूज), Vastu Tips: हर व्यक्ति के जीवन में कुछ न कुछ परेशानियां आती या जाती रहती हैं, जिनमें उसका जीवन निकल जाता है, लेकिन भागदौड़ भरी इस जिंदगी से थोड़ा सा समय निकाल कर व्यक्ति को घर के बड़े बुर्जुगों के पास जरूर बैठना चाहिए क्योंकि बड़े लोगों ने आपसे ज्यादा दुनिया देखी है और अनुभव पाएं हैं। कभी दादी-नानी हमें ऐसी समस्याओं का समाधान भी बता देती हैं जिनके बारे में हम सोच भी नहीं पाते क्योंकि उन्होंने अपने जीवन में कई उतार-चढ़ाव देखे हैं। उन्हें आपसे कहीं ज्यादा जान हैं या यूं कहें कि उनके पास सारे ज्ञान का भंडार है।

बुजुर्गों की बातों पर ध्यान करना जरुरी

घर में दादी-नानी की के सुनाए गए किस्से और कहानियां जितनी फेमस हैं उतने ही उनके बताए घरेलू नुस्खे भी जाने जाते हैं, साथ ही दादी नानी के पास जब हम बैठ जाते हैं तो वो हमें बहुत सारी चीजें ऐसी बताती हैं जिनमें ज्ञान छिपा होता है उनको सुनते समय हम भी बहुत ध्यान देते हैं लेकिन उनकी बताई चीजों को अपने व्यवहार में शामिल नहीं करते हैं, लेकिन यदि इन बातों पर गौर किया जाए तो इसमें हमारी ही भलाई होती है।

‘इतनी अश्लीलता…’, इंटिमेसी से लेकर कपड़े उतरवाने तक, एजाज खान के शो House Arrest में हुई घिनौनी हरकत, देशभर में मचा बवाल, उठी बैन की मांग

दहलीज पर बैठते ही टोकते हैं बुजुर्ग

घर के बुर्जुग यदि किसी चीज को करने के लिए मना करते हैं तो यह जरूर अटपटा लग सकता है लेकिन उनकी इन ज्ञान की बातों के पीछे कोई धार्मिक महत्व जुड़ा रहता है, जिसका सीधा मतलब घर की सुख-समृद्धि से जुड़ा रहता है। याद करिए कभी न कभी शाम होते ही जब भी आप अपने घर की दहलीज पर बैठे होंगे आपकी दादी नानी या किसी भी बुजुर्ग ने आपको उस दौरान वहां बैठे देखकर जरूर टोका होगा और कहा होगा कि घर की दहलीज पर शाम के समय या उसके बाद नहीं बैठना चाहिए। लेकिन आपने उनकी बातों को सुनकर भी इतना ध्यान नहीं दिया होगा। दरअसल उनकी इस बात के पीछे धार्मिक दृष्टिकोण छिपा हुआ है आइए जानें की इसके बारे में।

सूर्यास्त के बाद दहलीज पर बैठने को क्यों किया जाता है मना

धार्मिक शास्त्रों के मुताबिक, घर का मुख्य द्वार मां लक्ष्मी से जुड़ा होता है। ऐसा माना जाता है कि शाम होते ही मां लक्ष्मी घर में आती हैं, ऐसे में यदि उस समय कोई घर या बाहर का कोई व्यक्ति दहलीज पर खड़ा रहेगा तो मां लक्ष्मी जी घर की दहलीज पर आने से पहले ही वापिस चली जाएंगी। तो यही वजह है कि शाम होते ही दादी-नानी दहलीज पर किसी को नहीं बैठने देती हैं।

घर की दहलीज पर जलाएं दीपक

इसलिए आगे से इस बात पर गौर करें कि शाम के समय घर की दहलीज पर न बैठें और ना ही यहां रखे सभी जूते चपल्लों को भी हटा दें। और यदि सम्भव हो सके तो घर के बाहर एक दीपक जला कर दें इसके साथ ही शाम को कुछ समय के लिए घर का मुख्य दरवाजा भी खोल कर रखें।

चेहरे पर तेज, आंखों में चमक… मिल गया कलियुग का कृष्णा! गौमाता का साक्षात मिला है आशीर्वाद, देखकर यकीन करना हो जाएगा मुश्किल

Disclaimer: इस आलेख में दी गई जानकारियों का हम यह दावा नहीं करते कि ये जानकारी पूर्णतया सत्य एवं सटीक है।पाठकों से अनुरोध है कि इस लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। इंडिया न्यूज इसकी सत्यता का दावा नहीं करता है।