India News(इंडिया न्यूज़),Mosques Covered in UP: दिल्ली से लेकर राजस्थान तक होली का त्यौहार धूमधाम से मनाया गया। वहीँ पूरे देश में ही होली को लेकर हर तरफ चहल पहल रही। जैसा की आप सभी जानते हैं कि होली का त्यौहार रंगों का त्यौहार है। ऐसे में लोग गली चौराहों पर भी होली खेलते हैं। जैसा की आप सभी जानते हैं कि पूरे देश में होली 14 ,मार्च को मनाई गई। वहीँ आज यानी 15 मार्च को भी देश के कई हिस्सों में होली मनाई जाएगी। ऐसे में देशभर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम हैं। जैसा की आप सभी जानते हैं कि, शुक्रवार होने के कारण होली और जुमे की नमाज एक ही दिन थी। ऐसे में उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में मस्जिदों को तिरपाल से ढक दिया गया। आइए जान लेते हैं कि इन्हे तिरपाल से ढकने की वजह क्या थी।

  • इस कारण ढका गया मस्जिदों को
  • धार्मिक स्थलों को ढकने के नियम

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इस कारण ढका गया मस्जिदों को

दरअसल, बरेली, संभल, शाहजहांपुर, अलीगढ़, बाराबंकी, अयोध्या और मुरादाबाद से खबर आई है कि होली के त्यौहार को देखते हुए प्रशासन ने कई जगह मस्जिदों को कपड़ों या फिर तिरपालों से ढक देने की सलाह दी थी। प्रशासन ने कई जगहों पर लोगों से इस बात की अपील की थी कि अगर होली के रंगों से दिक्क्त है तो धार्मिक स्थलों को तिरपाल से ढक दिया जाए। प्रशासन ने ऐसा इसलिए कहा ताकि किसी को भी कोई दिक्क्त न हो और शान्ति का माहौल बना रहे।

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धार्मिक स्थलों को ढकने के नियम

तो आपकी जानकारी के लिए बता दें कि धार्मिक स्थलों को ढके जाने का कोई नियम नहीं है। ऐसा इसलिए किया गया ताकि इलाके में शांति का माहिल बना रहे। वहीँ आपको बता दें प्रशासन को इस तरह के फैसले लेने की छूट होती है। किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए प्रशासन दोनों धर्मों के लोगों के साथ बैठक करता है और आपसी रजामंदी के बाद ही धार्मिक स्थलों को कपड़े या तिरपाल से ढका जाता है। वहीँ मस्जिदों के मौलानाओं ने भी प्रशासन के इस नियम का समर्थन किया और मस्जिदों को ढक लिया गया।

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