India News (इंडिया न्यूज), Ramayan Facts: रावण, लंका का अद्वितीय राजा, अपने समय का एक महान ज्ञानी, शक्तिशाली योद्धा और अनन्य शिव भक्त था। उसके पास ऐसी कई अद्भुत शक्तियाँ और ज्ञान थे जो उसे सामान्य मनुष्यों से अलग बनाते थे। लेकिन रावण को यह भी पता था कि उसकी मृत्यु किस प्रकार होगी।

मृत्यु का पूर्वज्ञान और बाण का रहस्य

अपने तप और ज्ञान के बल पर रावण ने यह जान लिया था कि उसकी मृत्यु एक विशेष बाण से ही होगी। इस कारण उसने उस बाण को घोर तपस्या के माध्यम से प्राप्त कर लिया और उसे लंका में सुरक्षित छुपा दिया। यह बाण इतना शक्तिशाली था कि रावण को विश्वास था कि जब तक यह बाण उसकी पहुंच में है, उसकी मृत्यु असंभव है।

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मंदोदरी को थी बाण की जानकारी

रावण की पत्नी मंदोदरी एक बुद्धिमान और सशक्त महिला थी। उसे इस बाण के महत्व और इसके स्थान की पूरी जानकारी थी। वह रावण के इस रहस्य की एकमात्र साक्षी थी। यह तथ्य रावण की मृत्यु के समय महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाला था।

हनुमान जी का लंका प्रवास

जब हनुमान जी सीता माता की खोज में लंका पहुंचे, तो उन्होंने रावण के महल में भी प्रवेश किया। अद्भुत रामायण के अनुसार, इस दौरान हनुमान जी की मंदोदरी से भेंट हुई। मंदोदरी से हुई बातचीत के दौरान हनुमान जी ने अपनी बुद्धिमत्ता और कौशल का उपयोग करते हुए इस विशेष बाण की जानकारी प्राप्त कर ली।

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हनुमान जी की रणनीति

हनुमान जी ने अपनी चतुराई का परिचय देते हुए उस बाण को चुपके से प्राप्त किया और उसे भगवान राम को सौंप दिया। यह बाण वही था जिससे रावण का वध संभव था। हनुमान जी का यह कार्य न केवल उनकी भक्ति का प्रतीक था, बल्कि यह भी दर्शाता है कि कैसे उन्होंने रावण के अंत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

रावण की मृत्यु और बाण की भूमिका

युद्ध के अंतिम क्षणों में जब भगवान राम ने उस बाण का उपयोग किया, तो रावण ने तुरंत पहचान लिया कि यह वही बाण है जिसे उसने छुपाकर रखा था। इसे देखते ही रावण समझ गया कि अब उसकी मृत्यु निश्चित है। अपने ज्ञान और समझ के बावजूद, वह अपने अंत को टाल नहीं सका। भगवान राम ने उस बाण से रावण का वध किया और धर्म की विजय हुई।

रावण एक अद्वितीय चरित्र था, जिसमें अपार ज्ञान और शक्ति थी। लेकिन उसका अहंकार और अधर्म उसकी मृत्यु का कारण बने। हनुमान जी और भगवान राम के प्रयासों से रावण का अंत हुआ, और यह कथा हमें यह सिखाती है कि चाहे कोई कितना भी शक्तिशाली क्यों न हो, सत्य और धर्म की जीत निश्चित होती है। इस कथा में छुपे संदेश और शिक्षा हमें जीवन में सदैव धर्म के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देते हैं।

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