India News (इंडिया न्यूज़), Bholenath In Saavan: सावन के पवित्र महीने में भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न करने का यह विशेष तरीका आपके पूजा को अधिक प्रभावी बना सकता है और आपके दुख-कष्ट पलभर में दूर हो सकते हैं। सावन मास में शिवजी की पूजा-अर्चना का विशेष महत्व होता है और इस दौरान की गई पूजा से विशेष फल प्राप्त होते हैं। यहाँ एक सरल और प्रभावी पूजा विधि दी जा रही है:

सावन में भोलेनाथ को प्रसन्न करने की विशेष पूजा विधि

प्रातःकाल स्नान:

सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें।

शिवलिंग का अभिषेक:

शिवलिंग पर गंगाजल, दूध, दही, शहद, घी, और शक्कर से अभिषेक करें। इसके बाद साफ जल से स्नान कराएं।
अभिषेक के दौरान ‘ॐ नमः शिवाय’ मंत्र का जाप करें।

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बिल्व पत्र अर्पण:

भगवान शिव को बिल्व पत्र चढ़ाएं। ध्यान रहे कि बिल्व पत्र के पत्तों में कोई छेद न हो।
हर बिल्व पत्र चढ़ाते समय ‘ॐ नमः शिवाय’ का जाप करें।

धूप और दीप:

शिवलिंग के समक्ष धूप और दीप जलाएं।

प्रसाद:

भगवान शिव को सफेद मिठाई, फल, और पंचामृत का भोग लगाएं।
भोग में शुद्धता का ध्यान रखें और उसे पूरे परिवार में बांटें।

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मंत्र जाप:

‘महामृत्युंजय मंत्र’ का 108 बार जाप करें:

ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।
उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥

आरती:

शिव जी की आरती करें। आरती के दौरान ‘ॐ जय शिव ओंकारा’ आरती का पाठ करें।

शिव चालीसा:

शिव चालीसा का पाठ करें। शिव चालीसा का नियमित पाठ करने से मनोकामनाओं की पूर्ति होती है।

शांत मन से प्रार्थना:

शांत मन से भगवान शिव से अपनी समस्याओं और कष्टों के निवारण की प्रार्थना करें।

दान-पुण्य:

इस पावन महीने में जरूरतमंदों को अन्न, वस्त्र, और धन का दान करें। दान से पुण्य की प्राप्ति होती है और भगवान शिव की कृपा बनी रहती है।

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सावन मास में इस पूजा विधि का पालन करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और उनके आशीर्वाद से सभी दुख-कष्ट दूर होते हैं। इस विधि को पूरी श्रद्धा और विश्वास के साथ करें और भगवान शिव की कृपा से अपने जीवन को सुखमय और समृद्ध बनाएं।

डिस्क्लेमर:इस आलेख में दी गई जानकारियों का हम यह दावा नहीं करते कि ये जानकारी पूर्णतया सत्य एवं सटीक है।पाठकों से अनुरोध है कि इस लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। इंडिया न्यूज इसकी सत्यता का दावा नहीं करता है।