इंडिया न्यूज, नई दिल्ली (NCERT News):
आपने अगर NCERT ओर से 12वीं की है तो आपने राजनीति विज्ञान की पुस्तक गुजरात दंगे व दंगे के संदर्भ में भूतपूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, इसके अलावा नक्सली इतिहास के बारे में अवश्य पढ़ने को मिला होगा। लेकिन अब आपको इस साल से एनसीईआरटी की कक्षा 12वीं के सेलेब्स में यह विषय नहीं मिलेगा।

दरअसल, NCERT यानि नेशनल काउंसिल आफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग की ओर से कक्षा 12वीं के सेलेब्स में संशोधन किया गया है। इस बारे में एनसीईआर की वेबसाइट पर नोट भी जारी किया गया है। इस नोट में कहा गया है कि गुजरात दंगे के संदर्भ में अध्याय में उल्लेखित विषयों मसलन, गुजरात की तरह, हमें राजनीतिक उद्देश्यों के लिए धार्मिक भावनाओं का उपयोग करने में शामिल खतरों के प्रति सचेत करते हैं।

यह लोकतांत्रिक राजनीति के लिए खतरे के सरीखे विषयों को हटा दिया गया है। यहीं नहीं, नक्सली आंदोलन का इतिहास जैसे कई पाठ्यक्रम भी हटे हैं। किताब में नक्सली आंदोलन के इतिहास पेज संख्या 105 और आपातकाल के दौरान विवाद पेज संख्या 113-117 में शामिल था।

पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजेपेयी का बयान भी हटाया

इसके साथ ही पाठ्यसामग्री से तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजेपेयी के इस बयान को भी हटाया गया है जिसमें मुख्यमंत्री (गुजरात के) को एक संदेश है कि उन्हें राज धर्म का पालन करना चाहिए। एक शासक को जाति, पंथ और धर्म के आधार पर अपनी प्रजा के बीच कोई भेदभाव नहीं करना चाहिए। उसे अपनी प्रजा के हित में फैसले लेते समय किसी भी प्रकार के पूर्वाग्रह से ग्रसित नहीं होना चाहिए।

कोरोना महामारी के दौरान भी हटाए थे कई विषय

जानकारी के मुताबिक यह पाठ्यसामग्री कक्षा 12वीं के राजनीतिक विज्ञान विषय की पुस्तक में 187 से 189 पेज पर दर्ज थी। इससे पूर्व कोरोना महामारी के मद्देनजर एनसीईआरटी ने अपनी पुस्तकों में कई विषयों को हटा दिया था। हालांकि, कई शिक्षाविदों ने उपरोक्त निर्णय को छात्रों के लिए अहितकर बताया था।

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