India News (इंडिया न्यूज), NEET Success Story: आजकल के प्रतिस्पर्धी युग में हर माता-पिता का सपना होता है कि उनका बच्चा एक सफल डॉक्टर बने, और ऐसे में जब किसी परिवार के तीन बच्चों को एक साथ नीट (NEET) जैसी कठिन परीक्षा में सफलता मिलती है, तो वह न केवल उनके परिवार, बल्कि पूरे समाज के लिए एक प्रेरणा बन जाता है। उत्तर प्रदेश के आगरा जिले के एक परिवार ने इस सपने को साकार किया है और अब उन्हें “डॉक्टर फैमिली” के नाम से जाना जाता है।
आगरा के भोलाराम त्यागी का परिवार
यह कहानी उत्तर प्रदेश के आगरा के भोलाराम त्यागी और उनके परिवार की है, जिन्होंने अपने तीन बच्चों को डॉक्टर बनाने का सपना देखा था और उसे पूरा भी किया। भोलाराम त्यागी के परिवार के बारे में खास बात यह है कि उनके तीनों बच्चों ने नीट परीक्षा पास कर मेडिकल क्षेत्र में कदम रखा है।
साल 2024 में, उनके बेटे हेतराम के दो बच्चों, पूजा और मनोज, ने नीट परीक्षा में सफलता प्राप्त की और अपने परिवार का नाम रोशन किया। पूजा ने 720 में से 676 अंक और मनोज ने 671 अंक प्राप्त किए, जिससे यह साबित हुआ कि कड़ी मेहनत और सही दिशा में मेहनत से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।
परिवार का एक और सितारा – अजय त्यागी
इससे पहले, भोलाराम त्यागी के बड़े बेटे अजय त्यागी ने भी एमबीबीएस की डिग्री प्राप्त की थी, और अब उनके छोटे भाई-बहन भी मेडिकल क्षेत्र में अपनी पहचान बना रहे हैं। अजय की सफलता ने इस परिवार को मेडिकल क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलवाया और आज उनके परिवार को “डॉक्टर फैमिली” के रूप में जाना जाता है।
नीट की तैयारी: परिवार का संकल्प और संघर्ष
इस परिवार के तीनों बच्चों की सफलता के पीछे की कहानी भी दिलचस्प और प्रेरणादायक है। पूजा, मनोज और मानसी, तीनों ने नीट की तैयारी के दौरान अपनी जिंदगी में काफी बदलाव किए। सबसे महत्वपूर्ण बात यह थी कि इन बच्चों ने अपनी तैयारी के दौरान टीवी और मोबाइल से दूरी बना ली। वे न तो कहीं घूमने जाते थे और न ही किसी पार्टी में शामिल होते थे। उन्होंने पूरी तरह से अपनी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित किया और किताबों के साथ ही घंटों तक नियमित अभ्यास किया।
इन बच्चों की सफलता का राज सिर्फ मेहनत और समर्पण में छिपा हुआ था। वे हर दिन कड़ी मेहनत करते थे और अपनी पढ़ाई को प्राथमिकता देते थे। यही कारण है कि उन्होंने नीट परीक्षा में 600 से अधिक अंक हासिल किए और इस कठिन परीक्षा को पास किया।
क्या सीखा जाए इस परिवार से?
इस परिवार की सफलता हमें यह सिखाती है कि अगर किसी भी लक्ष्य को हासिल करना है, तो हमें समर्पण, मेहनत और सही दिशा में काम करना बहुत जरूरी है। यह कहानी उन सभी अभ्यर्थियों के लिए एक प्रेरणा है जो इस साल नीट परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं। अगर तैयारी सही तरीके से की जाए और किसी भी विकट परिस्थिति में भी समर्पण और फोकस बनाए रखा जाए, तो सफलता जरूर मिलती है।
भोलाराम त्यागी का परिवार इस बात का जीता जागता उदाहरण है कि कठिन मेहनत और परिवार का समर्थन किसी भी बड़े लक्ष्य को हासिल करने के लिए सबसे महत्वपूर्ण कारक होते हैं।
समापन
आगरा के भोलाराम त्यागी के परिवार ने यह साबित किया कि अगर किसी परिवार में शिक्षा और चिकित्सा के प्रति एकजुटता और दृढ़ संकल्प हो, तो वह केवल खुद ही नहीं, बल्कि समाज के लिए भी एक मिसाल कायम कर सकता है। इस परिवार के बच्चों ने अपने परिवार का नाम रोशन किया है और वे उन तमाम युवाओं के लिए प्रेरणा बन चुके हैं, जो मेडिकल क्षेत्र में सफलता की ओर बढ़ने का सपना देखते हैं।