India News (इंडिया न्यूज), Ajay Devgan OCD Problem: बॉलीवुड के मशहूर एक्टर अजय देवगन अपनी दमदार एक्टिंग और गंभीर अंदाज के लिए जाने जाते हैं। हालांकि, वो अपनी निजी जिंदगी के बारे में ज्यादा बात नहीं करते। लेकिन उनकी पत्नी और एक्ट्रेस काजोल अपने बेबाक अंदाज के लिए जानी जाती हैं। तभी तो उन्होंने एक प्रमोशनल इवेंट के दौरान अजय देवगन की एक निजी समस्या का खुलासा किया। दरअसल, जब एक रिपोर्टर ने अजय की हाइजीन आदतों के बारे में पूछा तो काजोल ने बताया कि उनके पति OCD (ऑब्सेसिव-कंपल्सिव डिसऑर्डर) से पीड़ित हैं। यही वजह है कि वो साफ-सफाई को लेकर काफी सतर्क रहते हैं और चीजों को छूने से कतराते हैं।
‘इनटू द वाइल्ड’ में भी काजोल बता चुकी हैं सच
जब अजय देवगन ने ‘इनटू द वाइल्ड विद बेयर ग्रिल्स’ के एक एपिसोड में हिस्सा लिया था, तब भी काजोल ने इस बारे में खुलकर बात की थी। उन्होंने बताया कि अजय को बॉर्डरलाइन OCD है, जिसकी वजह से वो किसी भी चीज को अपनी उंगलियों से छूने से कतराते हैं। काजोल ने कहा था कि अजय को इस बात की चिंता रहती है कि अगर वह किसी चीज को छूता है तो उसकी गंध उसके हाथों पर रह जाएगी और वह उसे आसानी से नहीं मिटा पाएगा।
क्या होता है ओसीडी?
ओसीडी यानी ऑब्सेसिव-कंपल्सिव डिसऑर्डर एक मानसिक विकार है, जिसमें व्यक्ति बार-बार एक ही काम करने के लिए मजबूर महसूस करता है। डब्ल्यूएचओ के अनुसार, दुनिया भर में करीब 7 करोड़ लोग इस समस्या से पीड़ित हैं। इस स्थिति में व्यक्ति के दिमाग में अनचाहे विचार (जुनून) आते हैं, जो उसे बार-बार कोई काम करने (मजबूरी) के लिए मजबूर करते हैं। जैसे- बार-बार हाथ धोना, सब कुछ सही रखना, बार-बार दरवाजे का लॉक चेक करना आदि।
हर इंसान में होता है ओसीडी
विशेषज्ञों के अनुसार, लगभग हर व्यक्ति में किसी न किसी रूप में ओसीडी के लक्षण होते हैं। लेकिन यह तब समस्या बन जाती है जब व्यक्ति अपने दैनिक जीवन में इसके प्रति अत्यधिक सचेत हो जाता है। अगर कोई व्यक्ति एक ही काम को बार-बार दोहराने लगे और उसे पूरा किए बिना बेचैनी महसूस करे, तो यह ओसीडी की गंभीर स्थिति हो सकती है।
ओसीडी के लक्षण और प्रभाव
- चीजों को एक खास क्रम में व्यवस्थित करने की जिद
- किसी चीज को छूने पर बैक्टीरिया या गंदगी का डर
- हाथों को बार-बार धोना या साफ करना
- हर छोटी-छोटी बात पर अत्यधिक तनाव लेना
- बिना वजह किसी चीज को बार-बार चेक करना
अगर यह समस्या गंभीर हो जाए तो व्यक्ति का सामाजिक जीवन बुरी तरह प्रभावित हो सकता है। वह लोगों से मिलने-जुलने से कतराने लगता है और अकेलापन महसूस करने लगता है।
क्या है ओसीडी का इलाज?
ओसीडी का इलाज आसान नहीं है, लेकिन अगर इसका सही तरीके से इलाज किया जाए तो व्यक्ति सामान्य जीवन जी सकता है।
- मनोचिकित्सा में ‘कॉग्निटिव बिहेवियरल थेरेपी’ (सीबीटी) का इस्तेमाल किया जाता है, जो मरीज को उसके डर और मजबूरियों से बाहर निकलने में मदद करती है।
- ट्रांसक्रेनियल मैग्नेटिक स्टिमुलेशन (टीएमएस) मस्तिष्क के प्रभावित हिस्से में चुंबकीय स्पंदन भेजकर व्यक्ति के सोचने और व्यवहार करने के तरीके को बदल देता है।
अजय देवगन का मामला कितना गंभीर?
वैसे तो अजय देवगन की ओसीडी को लेकर कोई आधिकारिक मेडिकल रिपोर्ट नहीं है, लेकिन काजोल के खुलासे के बाद यह साफ है कि वे इस समस्या से प्रभावित हैं। हालांकि, यह उनके जीवन को कितना प्रभावित करता है, यह तो वे ही बता सकते हैं। ओसीडी को लेकर समाज में जागरूकता बढ़ रही है और कई लोग अब इसे सामान्य मानसिक स्थिति के तौर पर स्वीकार करने लगे हैं। अगर किसी को इसके लक्षण महसूस होते हैं, तो सबसे अच्छा उपाय यही है कि जल्द से जल्द किसी विशेषज्ञ से सलाह ली जाए।
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