India News (इंडिया न्यूज), Kareena Kapoor & Sonakshi Sinha: जिन्होंने भी ये कहा है शायद वाकई क्या खूब कहा है कि ‘प्यार को न उम्र की परवाह होती है, न जाति-धर्म की और न ही रंग-रूप की’। यह अक्सर सीमाओं को पार कर जाता है। बॉलीवुड की दुनिया में भी कई ऐसे उदाहरण हैं जहाँ सितारों ने धर्म की परवाह किए बिना अपने प्यार को अपनाया। इनमें से कुछ ने अपने प्यार के लिए मुस्लिम धर्म को अपनाया। आइए, उन चर्चित एक्ट्रेसेस की कहानी पर नज़र डालते हैं।
फैंस के दिलों से उतरी ये अदाकारा
सोनाक्षी सिन्हा
इस सूची में सबसे पहला नाम बॉलीवुड एक्ट्रेस सोनाक्षी सिन्हा का आता है। सोनाक्षी ने अपने लंबे समय के बॉयफ्रेंड जहीर इकबाल से रजिस्टर्ड मैरिज की। सात साल तक जहीर को डेट करने के बाद, उन्होंने एक साल तक लिव-इन रिलेशनशिप में रहने के बाद शादी की। इस शादी को लेकर उन्हें कई बार ट्रोल किया गया। कुछ खबरों के अनुसार, यह भी कहा गया कि सोनाक्षी के परिवार, खासतौर पर उनके दोनों भाई, इस शादी से खुश नहीं थे और उन्होंने शादी में हिस्सा नहीं लिया। लेकिन सोनाक्षी के माता-पिता, शत्रुघ्न सिन्हा और पूनम सिन्हा, ने शादी में शामिल होकर इन अफवाहों को खारिज कर दिया।
हालांकि, सोनाक्षी को अब भी अपने मुस्लिम पति के कारण ट्रोलिंग का सामना करना पड़ता है। कवि कुमार विश्वास ने भी हाल ही में उन पर टिप्पणी करते हुए कहा, “आपके घर का नाम रामायण है, लेकिन ध्यान रहे कि आपकी लक्ष्मी को कोई रावण न उठा ले।”
करीना कपूर
इस सूची में दूसरा नाम है बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री करीना कपूर का। करीना ने जब बॉलीवुड के नवाब सैफ अली खान से शादी की, तो यह खबर हर जगह चर्चा का विषय बन गई। सैफ न केवल करीना से उम्र में बड़े थे, बल्कि तलाकशुदा और मुस्लिम भी थे। इस फैसले पर करीना को काफी आलोचना झेलनी पड़ी।
शादी के बाद, करीना और सैफ के बच्चों के नामकरण पर भी विवाद हुआ। उनके बेटे का नाम तैमूर रखने को लेकर व्यापक विरोध हुआ। लोगों ने यह भी अनुमान लगाया कि करीना ने मुस्लिम धर्म अपना लिया है, इसलिए उन्होंने अपने बच्चे का नाम ऐतिहासिक रूप से विवादित व्यक्ति के नाम पर रखा। हाल ही में, कवि कुमार विश्वास ने भी तैमूर नाम को लेकर अप्रत्यक्ष रूप से आलोचना की और मशहूर हस्तियों को उनके निर्णयों के प्रभाव पर विचार करने की सलाह दी।
इन अभिनेत्रियों ने अपने जीवनसाथी को चुनने में समाज के नियमों को तोड़ा और अपने प्यार को प्राथमिकता दी। हालांकि, उनकी अंतरधार्मिक शादियाँ अक्सर ट्रोलिंग और आलोचना का विषय बनती रही हैं। यह दर्शाता है कि प्यार के रास्ते में अभी भी समाजिक और सांस्कृतिक बाधाएँ मौजूद हैं। लेकिन इन सितारों ने अपने निर्णयों पर अडिग रहकर साबित किया है कि सच्चा प्यार किसी भी सीमा को पार कर सकता है।