India News (इंडिया न्यूज), First Miss India Indian: भारत की पहली मिस इंडिया बनी प्रमिला की जिंदगी कई मायनों में बेहद खास और फिल्मी रही। 1947 में जब हमारा देश भारत आजाद हुआ तो उसी साल 31 साल की एक महिला ने मिस इंडिया का ताज जीता था। उस समय वो चार बच्चों की मां थी और उनकी गर्भ में पांचवां बच्चा पल रहा था। उनका असली नाम एस्तेर विक्टोरिया अब्राहम था, लेकिन दुनिया उन्हें प्रमिला के नाम से जानती है। आज हम आपको इसी प्रेमिला की कहानी के बारे में बताने जा रहे हैं जिनके जीवन में दुःख और सुख दोनों अनगिनत रहे हैं।
कौन थी देश की पहली मिस इंडिया?
देश की पहली मिस इंडिया प्रमिला का जन्म 1916 में कोलकाता में बगदादी यहूदी परिवार में हुआ था। उन्होंने 17 साल की उम्र में हिंदू मारवाड़ी व्यवसायी माणिकलाल डांगी से शादी की, जिनसे उन्हें एक बेटा हुआ। यह रिश्ता ज़्यादा दिनों तक नहीं चला और बाद में उनका तलाक हो गया। इसके बाद 22 साल की उम्र में उन्होंने मशहूर अभिनेता सैयद हसन अली जैदी से शादी की, जिन्होंने मुगल-ए-आजम फिल्म में काम किया था। इस शादी के बाद प्रमिला ने इस्लाम धर्म अपना लिया, हालाँकि वह जन्म से यहूदी थीं।
फिल्मों में किया शानदार अभिनय
प्रमिला को अपनी दूसरी शादी से चार बच्चे हुए। लेकिन भारत-पाकिस्तान बंटवारे के समय उनके पति पाकिस्तान चले गए और प्रमिला ने भारत में ही रहने का फैसला किया। उन्होंने मुंबई को अपना घर बनाया और फिल्मों में अभिनय के साथ-साथ फिल्म निर्माण में भी हाथ आजमाया। प्रमिला ने अपने करियर की शुरुआत पारसी थिएटर में डांसर के तौर पर की थी। एक बार छुट्टियों में वह मुंबई आईं, जहाँ मशहूर निर्देशक अर्देशिर ईरानी की नज़र उन पर पड़ी। उन्होंने प्रमिला को फिल्म में काम करने का ऑफर दिया और 1935 में वह अभिनय की दुनिया में आ गईं। इसके बाद उन्होंने ‘बसंत’, ‘बिजली’ और ‘उल्टी गंगा’ जैसी करीब 30 फिल्मों में बतौर स्टंटवुमन काम किया।
बेटी ने भी जीता मिस इंडिया का ख़िताब
प्रमिला सिर्फ एक अभिनेत्री ही नहीं थीं बल्कि उन्होंने एक फिल्म निर्माता के तौर पर भी अपनी पहचान बनाई। उन्होंने अपना खुद का प्रोडक्शन हाउस शुरू किया और 16 फिल्मों का निर्माण किया। इस तरह वह भारत की पहली महिला फिल्म निर्माता बनीं। प्रमिला की बेटी नकी जहां ने भी 1967 में मिस इंडिया का खिताब जीता और इस तरह यह मां-बेटी की जोड़ी दो पीढ़ियों के मिस इंडिया बनने का रिकॉर्ड बनाने वाली देश की पहली मां-बेटी की जोड़ी बन गई। प्रमिला की कहानी एक साहसी महिला की कहानी है जिसने सामाजिक बंधनों को तोड़कर अपनी प्रतिभा और साहस से इतिहास रच दिया।