India News (इंडिया न्यूज), Irrfan Khan: बॉलीवुड और हॉलीवुड में अपनी अलग पहचान बनाने वाले दिग्गज अभिनेता इरफान खान का सफर संघर्षों से भरा रहा। 29 अप्रैल 2020 को उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया, लेकिन उनकी अदाकारी हमेशा अमर रहेगी। इरफान खान का जन्म एक पठान मुस्लिम परिवार में हुआ था। उनका पूरा नाम साहबजादे इरफान अली खान था, लेकिन उन्होंने बाद में सिर्फ ‘इरफान’ नाम से पहचान बनाई। उनके पिता जागीरदार खान टायर का कारोबार करते थे और शौकिया शिकार भी करते थे। लेकिन इरफान को न शिकार पसंद था और न ही नॉनवेज खाना। इस पर उनके पिता मजाक में कहते थे, “पठान के घर में ब्राह्मण पैदा हुआ है।”
नहीं टूटने दिया अपना सपना
अभिनय के प्रति जुनून ने इरफान को दिल्ली के नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (NSD) तक पहुंचाया, लेकिन इसी दौरान उनके पिता का निधन हो गया। इसके बाद परिवार की जिम्मेदारियां उन पर आ गईं, लेकिन उन्होंने अपने सपने को टूटने नहीं दिया।
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हॉलीवुड में भी बनाई खास पहचान
इरफान खान ने ‘हासिल’ फिल्म से बड़े पर्दे पर धमाल मचाया और इसके लिए उन्हें फिल्मफेयर बेस्ट विलेन का अवॉर्ड मिला। ‘लंचबॉक्स’, ‘पीकू’, ‘हिंदी मीडियम’ और ‘पान सिंह तोमर’ जैसी फिल्मों से उन्होंने अपनी जबरदस्त प्रतिभा साबित की। उन्हें ‘पान सिंह तोमर’ के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार और 2011 में भारत सरकार द्वारा पद्मश्री से सम्मानित किया गया। हॉलीवुड में भी इरफान का जलवा रहा। उन्होंने ‘स्पाइडर-मैन’, ‘जुरासिक वर्ल्ड’ और ‘इन्फर्नो’ जैसी फिल्मों में काम किया। टॉम हैंक्स ने उनके अभिनय की तारीफ करते हुए कहा था, “इरफान की आंखें भी अभिनय करती हैं।”
कैंसर से जंग और निधन
इरफान न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर जैसी गंभीर बीमारी से जूझे। विदेश में इलाज करवाने के बावजूद वे जिंदगी की जंग हार गए और 53 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया। उनकी पत्नी सुतापा सिकदर और बेटे बाबिल व अयान आज भी उनकी विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं। इरफान खान चले गए, लेकिन उनकी फिल्में और अभिनय की गूंज सदियों तक कायम रहेगी।