India News (इंडिया न्यूज), Manoj Kumar Files Defamation Case Against Shah Rukh Khan: हिंदी सिनेमा के दिग्गज एक्टर मनोज कुमार अपने समय में देशभक्ति फिल्मों के लिए मशहूर थे। ‘उपकार’, ‘पूरब और पश्चिम’, ‘क्रांति’ जैसी फिल्मों के जरिए उन्होंने दर्शकों के दिलों में खास जगह बनाई। उनका अंदाज, डायलॉग डिलीवरी और एक्टिंग आज भी सिनेमा प्रेमी याद करते हैं। लेकिन साल 2007 में जब शाहरुख खान की फिल्म ‘ओम शांति ओम’ रिलीज हुई तो उसमें दिखाए गए एक सीन ने मनोज कुमार को काफी आहत किया।
शाहरुख खान पर भड़के थे मनोज कुमार
फिल्म में शाहरुख खान और श्रेया सरन रील मनोज कुमार की नकल करके एक प्रीमियर में पहुंचते हैं। जब असली मनोज कुमार वहां पहुंचते हैं तो गार्ड उन्हें पहचानने से इनकार कर देता है और उन्हें बाहर ही रोक देता है। इतना ही नहीं गार्ड डंडा लेकर उनके पीछे भी दौड़ता है। जब मनोज कुमार ने यह सीन देखा तो वह काफी नाराज हुए और इसे अपनी इज्जत के खिलाफ बताया।
शाहरुख पर किया मानहानि मुकदमा
इस घटना से आहत मनोज कुमार ने शाहरुख खान और फिल्म निर्माताओं के खिलाफ 100 करोड़ रुपये का मानहानि का केस किया। हालांकि, मामला कोर्ट में पहुंचने से पहले शाहरुख खान ने उनसे व्यक्तिगत रूप से मुलाकात की और माफी मांगी। शाहरुख ने वादा किया कि वह इस सीन को फिल्म से हटा देंगे। इस पर मनोज कुमार ने उन्हें माफ भी कर दिया और विवाद खत्म हो गया।
जापान में रिलीज हुई फिल्म तो भड़के मनोज कुमार
हालांकि, मामला यहीं खत्म नहीं हुआ। जब ‘ओम शांति ओम’ जापान में रिलीज हुई तो इस सीन को बिना एडिटिंग के दिखाया गया। यह जानकर मनोज कुमार काफी आहत हुए और उन्होंने कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “मैं एक पारिवारिक व्यक्ति हूं। मेरे नाती-नातिन बड़े हो रहे हैं और कल जब उनकी शादी की बात आएगी तो लोग कहेंगे कि उनके दादा की ऐसी छवि थी। यह मेरे और मेरे परिवार की इज्जत का सवाल है।” मनोज कुमार ने यह भी कहा कि जब फिल्म रिलीज हुई थी तो यश चोपड़ा ने खुद उनसे वादा किया था कि वह सीन हटा दिया जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। उन्होंने इसे ‘चरित्र हनन’ बताया और कहा कि शाहरुख और फिल्म निर्माताओं ने “उनकी पीठ में छुरा घोंपा है।”
शाहरुख ने फिर मांगी माफी
जब मामला एक बार फिर चर्चा में आया तो शाहरुख खान ने मनोज कुमार से फिर माफी मांगी। इसके बाद मामला पूरी तरह से सुलझ गया और किसी कानूनी कार्रवाई की जरूरत नहीं पड़ी। हालांकि, इस घटना ने साबित कर दिया कि सिनेमा में किसी की छवि का मजाक उड़ाना किसी को भी बहुत दुख पहुंचा सकता है, खासकर तब जब बात किसी ऐसे प्रतिष्ठित अभिनेता की हो जिसने सिनेमा में अमूल्य योगदान दिया हो।
हिंदी सिनेमा में मनोज कुमार का अमिट योगदान
भले ही मनोज कुमार आज हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन देशभक्ति और सामाजिक मुद्दों पर आधारित उनकी फ़िल्में हमेशा याद की जाएँगी। उन्होंने हिंदी सिनेमा को एक नई दिशा दी और खुद को एक आदर्श अभिनेता के रूप में स्थापित किया। यह विवाद भले ही उनके करियर के आखिरी दौर में हुआ हो, लेकिन इससे उनकी प्रतिष्ठा पर कोई असर नहीं पड़ा। उनके योगदान को हमेशा सम्मान के साथ याद किया जाएगा।