India News (इंडिया न्यूज़), Netflix Show, MeToo in Taiwan, मुंबई: भारत में अक्सर बॉलीवुड फिल्मों से लेकर ओटीटी प्लेटफॉर्म तक, किसी ना किसी कंटेंट को लेकर विवाद सामने आते रहते हैं। कभी गालियों वाले संवाद तो कभी रियलिस्टिक कंटेंट को लेकर फिल्ममेकर्स निशाने पर आ जाते है। अब इसी बीच ताइवान (Taiwan) जैसे छोटे मुल्क में नेटफ्लिक्स (Netflix’s) पर दिखाए गए एक शो ने नया अभियान शुरू कर दिया है और ये अभियान मीटू अभियान (MeToo Movement) है।

इसी वजह से कहते हैं कि कला, नाटक, सिनेमा या साहित्य वर्तमान समाज का प्रतिबिंब होता है। इस बात को एक बार फिर से साबित किया है नेटफ्लिक्स के पॉपुलर शो वेव मेकर्स (Wave Makers) ने। जी हां, इसके प्रसारण के बाद से ताइवान में मीटू आंदोलन चलने लगा और देश में यौन उत्पीड़न और हमले के आरोपों की बाढ़-सी आ गई।

देखते ही देखते बढ़ने लगे MeToo के मामले

वेव मेकर्स शो के महज दो महीने के बाद देश में 90 से अधिक मामले सामने आए हैं, जिसमें पीड़िताओं ने अपने-अपने साथ हुए यौन उत्पीड़न और हमलों की खुलकर शिकायत की है। मीटू आंदोलन के बाद ताइवान में राजनीतिक तूफान भी उठ खड़ा हुआ है। शुरुआत में आरोपों की बाढ़ में सत्तारूढ़ डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (DPP) पर सबसे ज्यादा मामले आए, जिससे कई वरिष्ठ अधिकारियों को इस्तीफा देना पड़ा। लेकिन अब ये राजनीति के अलावा दूसरे कई क्षेत्रों में भी फैल गया, जिसमें डॉक्टरों, प्रोफेसरों, खेल अंपायरों और यूट्यूबर्स को भी निशाना बनाया गया है।

इस तरह के प्रभाव की नहीं थी उम्मीद

आपको बता दें कि वेव मेकर्स शो ताइवान में चुनाव के दौरान काम करने वाले कार्यकर्ताओं को लेकर बनाया गया था। ये शो अप्रैल के अंत में नेटफ्लिक्स पर शुरू हुआ था। आरोपों की बढ़ती सूची ने हर फील्ड के लोगों को सकते में ला दिया। लोगों का कहना है कि इस तरह के प्रभाव की उम्मीद नहीं की थी, और अब तो हर दिन मामले सामने आ रहें है।

MeToo अभियान के आगे राष्ट्रपति ने भी मांगी माफी

इस आंदोलन का इतना जोर पकड़ चुका है कि देश की राष्ट्रपति त्साई इंग-वेन को भी माफ़ी मांगनी पड़ी है और उन्होंने सुधारों को लागू करने का भी संकल्प लिया है। जबकि वो पहले इन आरोपों पर यकीन नहीं करती थीं। इससे विपक्षी कुओमिन्तांग (केएमटी) पार्टी को भी झटका लगा है।

नेटफ्लिक्स के ‘वेव मेकर्स’ शो में ऐसा क्या है?

इस शो में दो महिला पात्र हैं। एक जूनियर है और दूसरी सीनियर, पार्टी की प्रवक्ता। दोनों के बीच बातचीत के दौरान एक संवाद ऐसा था, जिसकी आज हर तरफ गूंज है। उनके सामने सवाल ये था कि क्या वो यौन उत्पीड़न के बारे में बयां कर सकती हैं? इस सवाल के जवाब में जूनियर महिला सहमति जताती है, जिसके बाद सीनियर प्रवक्ता महिला उसका साथ देने के लिए तैयार होती है और यहीं पर एक अनोखा संवाद सामने आता है।

वो कहती है, “इसे इस तरह नहीं जाने देना चाहिए, ठीक है? हम चीजों को आसानी से जाने नहीं दे सकते। नहीं तो हम धीरे-धीरे मुरझा जाएंगे और मर जाएंगे।” इसी संवाद ने ताइवान में सबसे पहले सोशल मीडिया पर एक लहर पकड़ी, फिर उसका असर समाज के हर क्षेत्र में दिखने लगा। अब धीरे-धीरे वहां हर रोज नए मामले सामने आ रहें हैं।