India News (इंडिया न्यूज़), Salman Khan on 26/11 Attack: आज जब पूरा देश मुंबई में हुए 26/11 हमलों को याद कर रहा है, तब सलमान खान (Salman Khan) के उस दुखद घटना के बारे में दिए गए पुराने विवादित बयान सोशल मीडिया पर फिर से सामने आ गए हैं। 2010 में, अभिनेता ने तब सुर्खियां बटोरी थीं जब उन्होंने हमलों के बारे में ऐसे तरीके से बात की थी जिसे कई लोगों ने असंवेदनशील पाया था।
पाकिस्तान सरकार का हाथ नहीं था- सलमान खान
आपको बता दें कि एक पाकिस्तानी टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में खान ने पाकिस्तान को खरी-खोटी सुनाई और कहा कि 26/11 के मुंबई हमले में पाकिस्तानी सरकार की कोई भूमिका नहीं थी। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में सलमान को यह कहते हुए सुना जा सकता है, “26/11 के हमलों को लेकर बहुत ज़्यादा चर्चा की गई है क्योंकि इसमें कुलीन लोगों को निशाना बनाया गया था। ट्रेनों और छोटे शहरों में भी हमले हुए हैं, लेकिन किसी ने इस बारे में ज़्यादा बात नहीं की।”
उन्होंने कहा, “हर कोई जानता है कि इसके पीछे पाकिस्तान सरकार का हाथ नहीं था और यह एक आतंकवादी हमला था। सबसे बड़ी बात यह है कि हमारी सुरक्षा व्यवस्था विफल रही। हमारे यहां पहले भी कई हमले हुए हैं और वे सभी पाकिस्तान से नहीं थे। वे अंदर से थे। इस बार हम पर हमला हुआ क्योंकि ताज, ओबेरॉय पर हमला हुआ, हर कोई खड़ा हो गया। हमारे यहां पहले भी बम विस्फोट हुए हैं, बसों और ट्रेनों में हमले हुए हैं।”
सलमान खान का वीडियो हुआ वायरल
आज, 26/11 के भयानक हमलों की 16वीं वर्षगांठ पर अभिनेता का यह पुराना वीडियो फिर से सामने आया है, जिसमें नेटिज़न्स सलमान को उनकी विवादास्पद टिप्पणियों के लिए ट्रोल कर रहे हैं। सलमान ने बाद में अपनी टिप्पणी के लिए माफ़ी मांगी थी, यह स्पष्ट करते हुए कि उनके शब्दों को संदर्भ से बाहर “तोड़-मरोड़ कर” पेश किया गया था। सलमान ने अपने एक्स हैंडल पर माफ़ी भी जारी की।
10 आतंकवादियों ने किया था हमला
बता दें कि 26 नवंबर 2008 को लश्कर-ए-तैयबा समूह के 10 आतंकवादियों ने मुंबई में कई हाई-प्रोफाइल स्थानों पर समन्वित आतंकी हमलों की एक श्रृंखला को अंजाम दिया था। इन हमलों में ताज महल पैलेस होटल, ओबेरॉय ट्राइडेंट होटल, छत्रपति शिवाजी टर्मिनस, लियोपोल्ड कैफे, मुंबई चबाड हाउस, नरीमन हाउस, कामा अस्पताल और मेट्रो सिनेमा शामिल थे। 26/11 के मुंबई हमलों में 20 सुरक्षाकर्मियों और 26 विदेशी नागरिकों सहित कम से कम 166 लोगों की जान चली गई थी, जबकि 300 से अधिक लोग घायल हुए थे।