India News (इंडिया न्यूज), Salman Khan Fresh Death Threat: दो दिन पहले इंडस्ट्री के सुपरस्टार सलमान खान को जान से मारने की धमकी का मैसेज आया। यह पहली बार नहीं हैं जब एक्टर को ऐसी धमकी मिली हो, बल्कि इससे पहले भी उन्हें इस तरह की धमकियां मिल चुकी है। इस बार आरोपी ने ट्रैफिक पुलिस के वॉट्सऐप नंबर पर धमकी भरा मैसेज भेजा था जिसमें उसने सलमान खान के घर में घुसकर उन्हें जान से मारने और उनकी कार को बम से उड़ाने की धमकी दी। ये मैसेज आते ही देशभर में हड़कंप मच गया और पुलिस ने तुरंत ही जांच शुरू की। न सिर्फ पुलिस ने इसकी जाँच की बल्कि सलमान खान के गैलेक्सी अपार्टमेंट स्थित घर के बाहर कड़ी सुरक्षा के इंतजाम भी किये गए। अब यह कारण भी सामने आ गया है कि, सलमान को ऐसी धमकी किसलिए मिली थी दरअसल, सोमवार को पुलिस ने सुपरस्टार को धमकी भरा मैसेज भेजने वाले आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। अब पुलिस ने आरोपी के मकसद का खुलासा किया है।
सलमान को धमकी देने वाला हुआ गिरफ्तार
आपको बता दें कि पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया गुजरात का 26 वर्षीय आरोपी मयंक पांड्या मानसिक रूप से बीमार बताया जा रहा है। वह गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई से प्रेरित था और उसने मुंबई ट्रैफिक पुलिस की वॉट्सऐप हेल्पलाइन के जरिए बॉलीवुड स्टार सलमान खान को जान से मारने की धमकी दी थी। फ्री प्रेस जर्नल की एक रिपोर्ट के अनुसार, पंड्या ने पुलिस के सामने कबूल किया है कि वह अपने इंस्टाग्राम फॉलोअर्स को बढ़ाने का लक्ष्य बना रहा था और लॉरेंस बिश्नोई के गिरोह से खान को लगातार मिल रही धमकियों से प्रभावित होकर उसने खुद भी इसी तरह की धमकियाँ भेजने का फैसला किया। उसने गूगल सर्च के ज़रिए मुंबई ट्रैफ़िक पुलिस का व्हाट्सएप हेल्पलाइन नंबर ढूँढ़ा और वहाँ सुपरस्टार को जान से मारने की धमकी वाला संदेश भेजा।
मामले पर क्या बोली पुलिस?
पुलिस उपायुक्त दत्तात्रेय कांबले ने कथित तौर पर घटना की पुष्टि की और कहा कि संदेश पंड्या के निजी फ़ोन से आया था। आरोपी गुजरात के वडोदरा में रहता है और अपने माता-पिता की जूस की दुकान चलाने में मदद करता है। उसे मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का भी इतिहास है और 2014 से उसका इलाज चल रहा है। अधिकारियों द्वारा सत्यापित मेडिकल रिकॉर्ड के अनुसार, पंड्या की मानसिक स्वास्थ्य समस्याएँ 2014 में बिजली के झटके से उसके दादा की अचानक मृत्यु के बाद शुरू हुईं। कथित तौर पर उसके परिवार को उसके द्वारा भेजे गए संदेशों के बारे में तब तक कोई जानकारी नहीं थी जब तक कि पुलिस उनके घर नहीं पहुँची।