India News (इंडिया न्यूज), Shabana Raza: 90 के दशक में बॉलीवुड में एक ऐसी हीरोइन ने एंट्री की जो अपनी मासूमियत और खूबसूरती से दर्शकों का दिल जीतने में कामयाब रही। वो अपनी पहली फिल्म से ही लोगों की चहेती बन गई, लेकिन ये सफर जितना सुनहरा दिखता है उतना आसान नहीं था। फिल्म इंडस्ट्री में आते ही उसका नाम बदल दिया गया, बिना उसकी मर्जी के! बाद में उसने एक बड़े एक्टर से शादी कर ली, लेकिन इसके बाद उसका करियर लगभग खत्म हो गया। ये कहानी है शबाना रजा की, जिन्हें जबरन ‘नेहा’ नाम दिया गया और जिन्होंने बाद में नेशनल अवॉर्ड विनिंग एक्टर मनोज बाजपेयी से शादी कर ली। आइए जानते हैं, कैसे एक साधारण लड़की पहले बॉलीवुड स्टार बनी, फिर उसका नाम बदला गया, उसका करियर छीन लिया गया, लेकिन उसे प्यार और परिवार की दुनिया में सुकून मिला।

कैसे मिली बॉलीवुड में एंट्री?

शबाना रजा का जन्म 18 अप्रैल 1975 को गुजरात के नांदेड़ में एक मुस्लिम परिवार में हुआ था। उनके पिता सिविल इंजीनियर थे और मां गृहिणी। उन्होंने दिल्ली में पढ़ाई की और फिल्मों में आने का उनका कोई खास सपना नहीं था। उन्हें फिल्मों में आने का मौका तब मिला जब उनके पिता के दोस्त और मशहूर एक्टर-डायरेक्टर सौरभ शुक्ला ने उन्हें एक बड़ा ऑफर दिया। उन्होंने शबाना के पिता से कहा कि विधु विनोद चोपड़ा अपनी फिल्म ‘करीब’ के लिए नई एक्ट्रेस की तलाश कर रहे हैं और शबाना उस रोल के लिए बिल्कुल फिट हैं। शबाना को एक्टिंग का कोई अनुभव नहीं था, लेकिन वह तैयार होकर मुंबई आ गईं।

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2 महीने की ट्रेनिंग

फिल्म में शबाना को लेने से पहले विधु विनोद चोपड़ा ने उन्हें किशोर नमित कपूर की एक्टिंग क्लास में दो महीने की ट्रेनिंग दिलवाई। उस समय ऋतिक रोशन भी इसी क्लास में थे। ट्रेनिंग पूरी करने के बाद उन्हें ऑडिशन देना पड़ा और वह सिलेक्ट हो गईं। उन्होंने फिल्म ‘करीब’ में बॉबी देओल के साथ मुख्य भूमिका निभाई। चोरी चोरी जब नज़र मिली और चुरा लो ना दिल मेरा जैसे गानों में उनकी मासूमियत ने दर्शकों को दीवाना बना दिया था। हालांकि फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर अच्छा प्रदर्शन नहीं किया, लेकिन शबाना के लुक और अभिनय की खूब चर्चा हुई।

जबरन बदला गया था नाम

‘कभी कभी’ की रिलीज के दौरान एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया था जब शबाना का नाम जबरन बदल दिया गया था। एक इंटरव्यू में उन्होंने खुद बताया था कि फिल्म के निर्देशक विधु विनोद चोपड़ा ने उन पर नाम बदलने का दबाव बनाया था। शबाना ने कहा था, “मैं कभी नेहा नहीं थी, मैं हमेशा शबाना ही थी। मुझ पर जबरन नाम बदलने का दबाव बनाया गया था. मेरे माता-पिता ने बहुत सोच-समझकर मेरा नाम रखा था, लेकिन किसी ने मेरी नहीं सुनी। मैं अपनी पहचान खो चुकी थी।” बाद में जब उन्होंने फिर से अपना असली नाम इस्तेमाल करना चाहा, तो किसी ने उनकी नहीं सुनी। 2011 में उन्होंने संजय गुप्ता की फिल्म अलीबाग में अपना असली नाम शबाना रजा इस्तेमाल किया और इसे अपनी बड़ी जीत बताया। डायरेक्टर ने काट लिया था हाथ

जब डायरेक्टर ने काटा था हाथ

फिल्म ‘करीब’ की शूटिंग के दौरान एक और चौंकाने वाली घटना हुई थी। बॉबी देओल ने एक इंटरव्यू में बताया था कि डायरेक्टर विधु विनोद चोपड़ा शूटिंग के दौरान शबाना के साथ बहुत सख्ती से पेश आते थे। एक सीन में शबाना को अपना बायां हाथ बॉबी को देना था, लेकिन उन्होंने गलती से अपना दायां हाथ आगे बढ़ा दिया। कई टेक के बाद भी वह अपना दायां हाथ आगे नहीं बढ़ा पाईं, तो गुस्से में विधु विनोद चोपड़ा ने उनके हाथ को अपने दांतों से काट लिया। इस घटना से वह खूब रोईं, लेकिन किसी ने उनकी मदद नहीं की।

कैसे अचानक खत्म हो गया करियर?

‘कारिव’ के बाद शबाना ने ‘होगी प्यार की जीत’, ‘फिजा’, ‘राहुल’, ‘एहसास: द फीलिंग’ जैसी फिल्मों में काम किया। उन्होंने कुछ साउथ इंडियन फिल्में भी कीं। लेकिन धीरे-धीरे उन्हें फिल्मों के ऑफर मिलने बंद हो गए। 2004 में उनकी फिल्म ‘मुस्कान’ रिलीज हुई और 2009 में उनका आखिरी रोल ‘एसिड फैक्ट्री’ में देखने को मिला। 9 फिल्मों के बाद उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री को अलविदा कह दिया।

हिंदू ब्राह्मण एक्टर से शादी रचाई

इसी दौरान उनकी मुलाकात एक्टर मनोज बाजपेयी से हुई। दोनों की पहली मुलाकात 1998 में फिल्म सत्या के प्रीमियर पर हुई थी। शबाना बिना मेकअप, आंखों पर चश्मा और बालों में तेल लगाकर पहुंची थीं और उनकी सादगी देखकर मनोज उनसे प्यार करने लगे। धीरे-धीरे उनकी दोस्ती प्यार में बदल गई। दोनों कई सालों तक रिलेशनशिप में रहे और फिर लिव-इन में रहने लगे।

बैंक लोन के लिए की शादी

मनोज और शबाना ने मुंबई में घर खरीदने के बारे में सोचा। लेकिन जब होम लोन लेने की बात आई तो बैंक ने कहा कि दोनों को जॉइंट लोन तभी मिलेगा जब वे पति-पत्नी होंगे। यही वो समय था जब मनोज ने शादी करने का फैसला किया। लेकिन उनका परिवार बिहार के ब्राह्मण परिवार से था और वे दूसरी जाति की लड़की से शादी करने के लिए तैयार नहीं थे। मनोज ने परिवार को मुंबई बुलाया और पहले उन्हें घर दिखाया, फिर अचानक शादी की खबर सुनाई। पहले तो उनके माता-पिता नाराज हुए, लेकिन आखिरकार उन्होंने इस रिश्ते को स्वीकार कर लिया। 2006 में दोनों ने शादी कर ली।

शादी के बाद फिल्में मिलनी बंद

शादी के बाद शबाना का करियर लगभग खत्म हो गया। उन्होंने कहा था, “मैं रोल मांगने के लिए दर-दर नहीं भटक सकती थी। जब मुझे अच्छे रोल मिलने बंद हो गए तो मैंने एक्टिंग छोड़ना ही बेहतर समझा।” 2011 में उन्होंने एक बेटी को जन्म दिया और खुद को पूरी तरह से पारिवारिक जीवन में डुबो लिया।

आज कहां हैं शबाना रजा?

आज शबाना लाइमलाइट से दूर अपने परिवार के साथ एक साधारण जीवन जी रही हैं। हालांकि, वह कभी-कभी अवॉर्ड फंक्शन या खास इवेंट में मनोज बाजपेयी के साथ नजर आती हैं।

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