India News (इंडिया न्यूज), Shahrukh Khan: हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए हमले ने देश को सदमे में डाल दिया है। दुनियाभर में इस आतंकवादी हमले की चर्चा हो रही है। पाकिस्तानी आतंकवादियों ने धर्म पूछकर हिन्दुओं को निशाना बनाया और 26 गुनहगार लोगों की जान ले ली है। इसी बीच बॉलीवुड के दिग्गज शाहरुख खान का एक पुराना इंटरव्यू फिर से वायरल हो रहा है। थ्रोबैक इंटरव्यू की वायरल क्लिप में, शाहरुख़ खान ने उग्रवाद और आतंकवाद की हरकतों को धार्मिक या राष्ट्रीय लेबल से जोड़ने के खतरों के बारे में खुलकर बात की है। उन्होंने , लोगों से किसी एक व्यक्ति की वजह से पुरे समुदाय को जज न करने की अपील की है। पहलगाम घटना के बाद ये क्लिप फैल रही है। इस घटना से दुनियाभर में आक्रोश देखने को मिल रहा है। वायरल क्लिप ने इंटरनेट पर न्याय और आतंकवाद को समाप्त करने को लेकर एक नई बहस छेड़ दी है। एक हैंडल ने शाहरुख के पुराने वीडियो को कैप्शन के साथ पोस्ट किया, “उन्होंने यहां जो कहा वह पहले से कहीं अधिक रेलिवेंट है।”
वायरल हुआ वीडियो
इस वायरल क्लिप में एंकर शाहरुख़ खान से पूछती है कि, एक मुसलमान के तौर पर अपने धर्म से जुड़ी आतंकी घटनाओं को देखकर उन्हें कैसा महसूस होता है? इसका जवाब देते हुए शाहरुख़ खान ने कहा, “मैंने कभी नहीं सोचा कि कोई कट्टरपंथी उन्हें कोई और टैग दे सकता है चाहे वो यहूदी कट्टरपंथी या अंग्रेज़ कट्टरपंथी या अमेरिकी कट्टरपंथी या हिंदू कट्टरपंथी या मुस्लिम कट्टरपंथी हो। आखिर कट्टरपंथी तो कट्टरपंथी ही होता है।” उन्होंने आगे बताया, “जैसे ही हम किसी टैग को लगाना शुरू करते हैं, हम असल में मुसीबत को बुलाते हैं – दुनिया के दिलों और दिमागों में मुसीबत को आमंत्रित कर रहे होते हैं।”
आतंकवाद को लेकर क्या बोले शाहरुख़ खान?
उन्होंने आगे बताया कि कैसे सकारात्मक और नकारात्मक दोनों तरह के जुड़ाव लोगों और यहां तक कि पूरे देश की धारणाओं को आकार दे सकते हैं। अपने पसंदीदा टेनिस स्टार बोरिस बेकर का उदाहरण देते हुए शाहरुख़ खान ने कहा, “हम ‘जर्मन टेनिस खिलाड़ी’ क्यों नहीं कहते? मैं यह मानने लगता हूं कि जर्मनी में बेहतरीन टेनिस खिलाड़ी हैं। लेकिन जब आप ‘जर्मन हत्यारा’ या ‘भारतीय बलात्कारी’ कहते हैं, तो यह एक देश या समूह को लेबल करता है, जो गलत है।” उन्होंने आगे कहा, “जब मैं इस तरह के हमलों या दुनिया में कहीं भी किसी भी तरह के चरमपंथी द्वारा इस तरह के किसी भी आक्रमण के बारे में सोचता हूं तो मेरे दिमाग में एक शब्द आता है – निरर्थकता। यह बहुत निरर्थक है।” इससे पहले शाहरुख़ खान ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले की भी निंदा की है।