India News (इंडिया न्यूज), Shiv Nadar Networth: देश में सबसे ज्यादा कौन अमीर है ? इस सवाल के सामने आते ही अंबानी का नाम जेहन में आता है। लेकिन यदि हम आपसे पूछे कि, दिल्ली में सबसे ज्यादा पैसा किसके पास है तो शायद आप सोच में पड़ जाएं, तो हम आपको बता दें की दिल्ली में सबसे ज्यादा अमीर शख्श का नाम शिव नादर है। जी हाँ दिल्ली के सबसे अमीर कारोबारी के रूप में HCL टेक्नोलॉजीज के फाउंडर शिव नादर का नाम सबसे पहले आता है। 2024 की फोर्ब्स अरबपतियों की लिस्ट में उनके पास 35.6 बिलियन डॉलर (करीब 2,98,898 करोड़ रुपये) की संपत्ति है यह बात सामने आई। वे न केवल एक सफल कारोबारी हैं, बल्कि एक बड़े दानदाता भी हैं, जिनका योगदान समाज में अनमोल है। अपनी मेहनत, दूरदर्शिता और समर्पण के दम पर उन्होंने HCL को वैश्विक स्तर पर एक प्रमुख आईटी कंपनी बना दिया है।
कौन हैं शिव नादर?
शिव नादर का जन्म तमिलनाडु के तूतीकोरिन जिले में हुआ था। शुरुआती शिक्षा उन्होंने सेंट जोसेफ बॉयज हायर सेकेंडरी स्कूल से प्राप्त की। इसके बाद, कोयंबटूर के पीएसजी कॉलेज ऑफ टेक्नोलॉजी से इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन किया। 1967 में उन्होंने वालचंद ग्रुप की कूपर इंजीनियरिंग लिमिटेड में करियर की शुरुआत की। इसके बाद, उन्होंने टेली-डिजिटल कैलकुलेटर बनाने वाली कंपनी माइक्रोकॉम्प की स्थापना की, जो बाद में हिंदुस्तान कंप्यूटर्स लिमिटेड (HCL) के नाम से प्रसिद्ध हुई।
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खड़ी कर डाली करोड़ों की कंपनी
एचसीएल ने शुरुआत में कैलकुलेटर और माइक्रोप्रोसेसर बनाने पर फोकस किया था, लेकिन समय के साथ यह कंपनी आईटी क्षेत्र में अपनी पहचान बना गई। कंपनी ने कई बड़े प्रोडक्ट्स और सर्विसेज को बाजार में उतारा, जिससे वह पूरी दुनिया में अपनी पहुंच बना सकी। आज एचसीएल का कारोबार 60 देशों में फैला हुआ है, और कंपनी का बाजार पूंजीकरण 5.15 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच चुका है। यह एचसीएल की सफलता की बड़ी मिसाल है कि उसने 2 लाख रुपये से भी कम में शुरू होकर तीन लाख करोड़ रुपये की कंपनी बनने का सफर तय किया है।
हर वर्ष करते हैं करोड़ों का दान
शिव नादर की सफलता ने उन्हें घमंडी नहीं बनाया बल्कि उन्हें एक दानदाता जरूर बना दिया है। उन्होंने वित्तीय वर्ष 2022-2023 में 2,042 करोड़ रुपये (लगभग 5.6 करोड़ रुपये प्रतिदिन) दान किए हैं। इस योगदान के कारण उन्हें हुरुन इंडिया फिलैंथ्रॉपी लिस्ट 2023 में ‘देश के सबसे उदार व्यक्ति’ का खिताब लगातार तीन साल तक मिला है। उनका मानना है कि समाज में योगदान देना उनके जीवन का अहम हिस्सा है। न केवल आर्थिक रूप से, बल्कि एचसीएल ने शैक्षिक संस्थाओं के माध्यम से भी कई लोगों का जीवन संवारा है। उन्होंने चेन्नई में एसएसएन कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग की स्थापना की और एचसीएल के जरिए कई अन्य शैक्षिक परियोजनाओं का भी समर्थन किया।
बेटी रोशनी नादर मल्होत्रा को सौंपी जिम्मेदारी
शिव नादर की एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि यह है कि उन्होंने 2020 में एचसीएल टेक्नोलॉजीज के चेयरमैन पद से इस्तीफा देकर अपनी बेटी रोशनी नादर मल्होत्रा को जिम्मेदारी सौंपी। रोशनी नादर ने पारिवारिक विरासत को आगे बढ़ाते हुए न केवल कंपनी की सफलता में अपना योगदान दिया, बल्कि सामाजिक कार्यों में भी अपनी भूमिका निभाई। आज वह एचसीएल टेक्नोलॉजीज की चेयरपर्सन हैं और कंपनी को नई ऊंचाइयों पर पहुंचा रही हैं।
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