India News (इंडिया न्यूज), Shivaji Satam Birthday: बहुत लम्बे समय से CID में ACP प्रद्युमन का किरदार निभाने वाले शिवाजी साटम आज अपना 75वां जन्मदिन सेलिब्रेट कर रहे हैं। “कुछ तो गड़बड़ है दया…” मशहूर डायलॉग से घर-घर फेमस हुए शिवाजी साटम बच्चे बच्चे के दिल में अपनी खास पहचान बना चुके हैं। ऐसे में हाल ही में जब ये खबर आई कि, शिवजी साटम CID छोड़ रहे तो मानों जैसे सोशल मीडिया पर आतंक ही आ गया। लोग नए ACP जिसका किरदार पार्थ समंथन निभा रहे हैं उसको पचा ही नहीं पा रहे हैं। हालांकि अब शो के फैंस के लिए एक खुशखबरी ये है कि, CID में अब एक बार फिर आप शिवाजी साटम को देख सकते हैं। क्योंकि इस अब शो से जुड़ा एक वीडियो पार्थ समथान ने शेयर किया है। जिसमें पार्थ समथान एसीपी प्रद्युमन (शिवाजी साटम) से मिलते हुए दिखाई दे रहे हैं। इस वीडियो के कैप्शन में पार्थ ने लिखा है कि, देख लीजिए अब कौन फिर वापस आ रहा है। एसीपी प्रद्युमन वापस आने वाले हैं। उन्होंने वीडियो के कैप्शन में लिखा- एसीपी प्रद्युमन के साथ शूटिंग। शिवाजी साटम के साथ काम करके अच्छा लगा। शिवाजी साटम को देखकर फैंस काफी खुश नजर आ रहे हैं। आइए अब उनके जन्मदिन पर उनसे जुडी कुछ खास बातें जानते हैं।

फ़िल्मी स्टोरी से कम नहीं हैं शिवाजी की प्रेम कहानी

बता दें शिवाजी साटम की लव स्टोरी जितनी खूबसूरत है, उतनी ही अच्छी भी है। पहली नजर में ऐसा लगता है कि उन्होंने और उनकी पत्नी ने लव मैरिज की होगी, लेकिन हकीकत कुछ और ही है। उनकी शादी तय हुई थी और इसका फैसला उनके पिता ने लिया था। यह जानकर हर कोई हैरान है, क्योंकि पारंपरिक मराठी परिवारों में ऐसी पहल कम ही देखने को मिलती है। लेकिन शिवाजी के पिता एक प्रगतिशील व्यक्ति थे जो अपनी बेटियों को कुश्ती के मैदान में उतारते थे। शिवाजी बताते हैं कि उनके पिता खुद जिमनास्ट थे और परिवार के मुखिया भी। एक कॉमन फ्रेंड के जरिए उनकी मुलाकात अपनी पत्नी अरुणा से हुई। अरुणा बेहद मजबूत और आत्मनिर्भर महिला थीं। वह महाराष्ट्र की कबड्डी टीम की कैप्टन थीं और उन्हें छत्रपति शिवाजी अवॉर्ड से भी सम्मानित किया गया था। वह कोच और टीम मैनेजर भी थीं। उनका जीवन संघर्षों और उपलब्धियों से भरा रहा।

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बीवी को हुआ था कैंसर

शिवाजी और अरुणा करीब 24 साल तक साथ रहे। हालांकि, यह सफर आसान नहीं था। अरुणा को कैंसर हो गया और उनका इलाज सात साल तक चला। इस दौरान शिवाजी ने न सिर्फ एक मजबूत पति की भूमिका निभाई बल्कि परिवार को भी एकजुट रखा। उन्होंने बताया कि मुश्किल वक्त में परिवार, रिश्तेदार और यहां तक ​​कि फिल्म इंडस्ट्री के दोस्तों ने भी उनका पूरा साथ दिया। उन दिनों वे संयुक्त परिवार में रहते थे और जरूरत पड़ने पर सिर्फ एक आवाज ही मदद के लिए काफी होती थी।

इंडस्ट्री में बनाई खास पहचान

शिवाजी साटम की कहानी न सिर्फ एक बेहतरीन कलाकार की है बल्कि एक सच्चे जीवनसाथी और एक मजबूत इंसान की भी है जिसने हर चुनौती का डटकर सामना किया। इसके साथ ही शिवाजी साटम ने कई बड़े टीवी सीरियल्स के साथ-साथ हिंदी सिनेमा की फिल्मों में भी कई बड़े सितारों के साथ काम किया, लेकिन उन्हें खास पहचान ‘सीआईडी’ के जरिए मिली। उन्होंने ‘सीआईडी’ में ‘एसीपी प्रद्युमन’ का किरदार निभाया, जिससे उन्होंने बड़ों ही नहीं बल्कि बच्चों के दिलों में भी खास जगह बनाई।

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