India News (इंडिया न्यूज), Oscar 2025:ऑस्कर से ‘लापता लेडीज’ बाहर हो चुकी है और अब भारतीयों की निगाहें ‘संतोष’ पर टिकी हैं। उत्तर भारत में शूट की गई हिंदी फिल्म ‘संतोष’ हमारे देश की कहानी होने के बावजूद ऑस्कर में ब्रिटेन का प्रतिनिधित्व करेगी और इसके पीछे की वजह इस फिल्म को बनाने वाली इंडो-ब्रिटिश फिल्ममेकर संध्या सूरी हैं। संध्या इस फिल्म की डायरेक्टर होने के साथ-साथ राइटर भी हैं। संध्या के साथ-साथ इस फिल्म को बनाने वाला प्रोडक्शन हाउस भी ब्रिटेन का है और यही वजह है कि इस फिल्म को ऑस्कर के लिए भारत से नहीं बल्कि ब्रिटेन से भेजा गया था। अब आमिर खान की ‘लापता लेडीज’ को पीछे छोड़ते हुए संध्या की फिल्म ‘संतोष’ ने एकेडमी की ‘बेस्ट इंटरनेशनल फीचर फिल्म’ कैटेगरी की टॉप 15 लिस्ट में अपनी जगह बना ली है।
भारत से है संबंध
संध्या सूरी ब्रिटिश-भारतीय फिल्ममेकर हैं। उनके पिता यशपाल सूरी भारत में जन्में थे जो काम के लिए भारत से ब्रिटेन के टीसाइड चले गए और फिर उन्होंने ब्रिटेन में ही रहने का फैसला किया। संध्या का जन्म लंदन में हुआ था। गणित में डिग्री प्राप्त करने के बाद संध्या ने कुछ वर्षों तक जापान में शिक्षिका के रूप में काम किया। लेकिन डॉक्यूमेंट्री बनाने की चाहत ने उन्हें इंग्लैंड के नेशनल फिल्म एंड टेलीविजन स्कूल में पहुंचा दिया। उन्होंने इस स्कूल में फिल्म मेकिंग की पढ़ाई की।
संध्या अपनी फिल्में खुद लिखती हैं
संध्या सिर्फ फिल्में ही नहीं बनाती हैं। वह एक सफल लेखिका और फिल्म निर्देशक भी हैं। उन्होंने अपनी ज्यादातर फिल्मों की स्क्रिप्ट खुद लिखी है। फिल्मों के साथ-साथ संध्या को डॉक्यूमेंट्री बनाने का भी शौक है। 2005 में बनी उनकी डॉक्यूमेंट्री आई फॉर इंडिया की सभी ने तारीफ की थी। इसे सनडांस फिल्म फेस्टिवल में ग्रैंड जूरी पुरस्कार मिला था। 2018 में हरियाणा की एक महिला किसान से प्रेरित उनकी शॉर्ट फिल्म ‘द फील्ड’ को ब्रिटिश इंडिपेंडेंट फिल्म अवॉर्ड्स में बेस्ट शॉर्ट फिल्म और लंदन फिल्म फेस्टिवल में बेस्ट शॉर्ट फिल्म के लिए नॉमिनेशन मिला था, जबकि टोरंटो फिल्म फेस्टिवल में उनकी फिल्म को ‘बेस्ट शॉर्ट फिल्म’ का अवॉर्ड मिला था।
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संतोष में नजर आएंगी शाहाना गोस्वामी
संध्या सूरी की ‘संतोष’ में शाहाना गोस्वामी अहम भूमिका में नजर आ रही हैं। संध्या सूरी को यह फिल्म बनाने की प्रेरणा 2012 में एक 23 वर्षीय लड़की के सामूहिक बलात्कार और हत्या के बाद हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान भीड़ के खिलाफ खड़ी एक महिला पुलिस अधिकारी की तस्वीर देखने के बाद मिली थी।