India News (इंडिया न्यूज), Bhagwa Trishul Yatra : अन्तरराष्ट्रीय मंदिर प्रबंधक परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री संगठन डॉ नवीन नैन भालसी ने बताया कि भारतीय आध्यात्मिक और सांस्कृतिक इतिहास में पहली बार 12 ज्योतिर्लिंग, चारधाम और 12 शक्तिपीठों की महासंगम यात्रा के उपरांत सिद्ध महादेव के त्रिशूल की ऐतिहासिक गाँव भालसी में गाम-राम के सहयोग से कलस यात्रा निकाल कर प्राचीन शिव मंदिर भालसी में स्थापित किया गया। Bhagwa Trishul Yatra

Bhagwa Trishul Yatra : पहली बार गांव में इतनी विशाल कलश शोभायात्रा निकाली गई

इस दौरान अन्तरराष्ट्रीय मंदिर प्रबंधक परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री दीप सिहाग सिसाय व राष्ट्रीय महामंत्री संगठन डॉ नवीन नैन भालसी ने बताया कि पहली बार गांव में इतनी विशाल कलश शोभायात्रा निकाली गई, जिसमें गांव के हर घर से महिलाओं ने भाग लिया व हर घर से पुरुषों ने त्रिशूल यात्रा में शामिल होकर गाम-राम की एकता का परिचय दिया।

इस दौरान अन्तर्राष्ट्रीय मंदिर प्रबंधक परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री दीप सिहाग सिसाय ने बताया इस आयोजन को ओर भव्य बनाने व शिव आराध्य करने के लिए हरियाणा की सुप्रसिद्ध जागरण मंच के मुख्य कार्यकारी संयोजक स्वामी श्याम सिह व टीम ने शिव भक्ति करके यात्रा का गुणगान किया।

गाम-राम का इस सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया

इस दौरान डॉ नवीन नैन भालसी ने बताया कि इस को स्वर्णिम इतिहास के जगह बनाते हुए भारत व स्विट्जरलैंड में भारतीय संस्कृति व सभ्यता को विकसित करने के लिए एक साथ महादेव के त्रिशूल की स्थापना की गई, अन्तरराष्ट्रीय मंदिर प्रबंधक परिषद के सभी पदाधिकारियों को बधाई, शुभकामनाएँ प्रेषित की गई व गाम-राम का इस सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया। Bhagwa Trishul Yatra

Bhagwa Trishul Yatra : पवित्र यात्रा का उद्देश्य

इस दौरान चौधरी प्रेम सिंह भालसी ने बताया कि पवित्र यात्रा का उद्देश्य भगवान शिव के प्रति आस्था को जागृत करना, सनातन संस्कृति को बढ़ावा देना और जनमानस को आध्यात्मिक ऊर्जा से प्रेरित करना है। उन्होंने बताया कि इस भव्य शोभायात्रा में गांव व आसपास क्षेत्र के लोगों के साथ त्रिशूल एवं शिव मंत्रों के उद्घोष के साथ चल रहे थे। Bhagwa Trishul Yatra

यात्रा का महत्व और आयोजन की विशेषताएं

डॉ नवीन नैन भालसी ने बताया कि यह भगवा त्रिशूल यात्रा न केवल एक आध्यात्मिक आयोजन है, बल्कि यह सनातन संस्कृति और शिवभक्तों की एकता का प्रतीक भी है। इस यात्रा के माध्यम से भगवान शिव के प्रति अटूट श्रद्धा और भक्ति का संदेश पूरे देश में प्रसारित किया जा रहा है। इस यात्रा में संत महात्मा, धार्मिक गुरु, शिव भक्त और हजारों श्रद्धालु शामिल होंगे, जो पूरे भक्ति भाव और उत्साह के साथ भगवान शिव की स्तुति की जाती है। Bhagwa Trishul Yatra

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