India News (इंडिया न्यूज), Child Mobile Addiction : मोबाइल के मोहजाल में उलझते बच्चे एक आम समस्या है जो आजकल के बच्चों में देखी जा रही है। मोबाइल फोन और इंटरनेट की पहुंच बढ़ने से बच्चे अधिक समय तक स्क्रीन के सामने बिताने लगे हैं, जिससे उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। मॉडल टाउन स्थित शहर की प्रसिद्ध पीसीसी एकेडमी (एन इंस्टिट्यूशन ऑफ इंग्लिश) की को-डायरेक्टर शिल्पा परुथी ने बताया कि मोबाइल की लत से बच्चे खेलकूद, पढ़ाई और परिवार के साथ समय बिताने में रुचि खो बैठते हैं। Child Mobile Addiction

Child Mobile Addiction : ऑनलाइन वीडियो में तेजी से बदलती चीजें दिमाग को हमेशा उत्तेजित रखती

मोबाइल की लत से बच्चे चिड़चिड़े, एकाकी और तनावग्रस्त हो सकते हैं आजकल बहुत से बच्चों में यह देखा जा रहा है कि वे पढ़ाई में ध्यान नहीं लगा पाते और उनकी एकाग्रता क्षमता कमजोर हो रही है। इसका एक बड़ा कारण मोबाइल फोन और स्क्रीन टाइम का अत्यधिक एक उपयोग है।

शिल्पा परुथी ने बताया कि बच्चों का ध्यान हर समय फोन की ओर जाता है। उनके दिमाग को शांति और एकाग्रता की आदत नहीं रह जाती। सोशल मीडिया, वीडियो गेम्स और ऑनलाइन वीडियो में तेजी से बदलती चीजें दिमाग को हमेशा उत्तेजित रखती हैं। इसके कारण बच्चे स्थिर बैठकर पढ़ाई में ध्यान नहीं लगा पाते। आगे शिल्पा परुथी बताती है कि, ध्यान और निर्णय लेने की क्षमता का नियंत्रण प्रीफ्रंटल कॉर्टेक्स करता है। Child Mobile Addiction

नतीजा : बच्चा अस्थिर और विचलित हो जाता

लगातार स्क्रीन पर ध्यान देने से यह हिस्सा ज्यादा काम करने लगता है और थक जाता है। नतीजा बच्चा अस्थिर और विचलित हो जाता है। ज्यादा स्क्रीन टाइम मस्तिष्क में सेंसरी ओवरलोड, वर्किंग मेमोरी ओवरलोड, डोपामिन डिसरेगुलेशन और नींद की कमी जैसी समस्याएं उत्पन्न करता है। छोटे बच्चों का दिमाग अभी विकसित हो रहा होता है। मोबाइल पर लगातार एक्टिव कंटेंट (गेम्स, वीडियो) से दिमाग थककर सुस्त हो जाता है। इस थकान के कारण बच्चे पढ़ाई या कोई भी काम लंबे समय तक नहीं कर पाते।

Child Mobile Addiction  : रोजाना सिर्फ 30 मिनट से 1 घंटा मोबाइल स्क्रीन टाइम तय करें

शिल्पा परुथी ने बताया कि छोटे बच्चों में इसके लक्षण क्या दिखते हैं, पढ़ाई करते समय बार-बार उठना या दूसरी चीजों में ध्यान लगाना किताब खोलते ही बोरियत महसूस होना, एक जगह टिककर बैठने में परेशानी चिड़चिड़ापन और गुस्सा मोबाइल या टीवी के बिना बेचैनी, माता-पिता के लिए मोबाइल लत रोकने के कुछ महत्वपूर्ण नियम है कि माता-पिता खुद भी मोबाइल कम इस्तेमाल करें। बच्चों के सामने लगातार मोबाइल पर न रहें।  बच्चों के लिए रोजाना सिर्फ 30 मिनट से 1 घंटा मोबाइल स्क्रीन टाइम तय करें।

नियम पालन करवाएँ, लेकिन गुस्सा या मार-पीट बिल्कुल न करें

पढ़ाई, खेल और खाने के समय मोबाइल पूरी तरह बंद कर दें। मोबाइल पर पासवर्ड लगाएं ताकि बच्चा खुद से मोबाइल न खोल सके। प्यार से समझाएं कि ज्यादा मोबाइल से आँखों, मस्तिष्क और पढ़ाई पर बुरा असर पड़ता है। बच्चों को खेलने, पढ़ाई और रचनात्मक कामों में खुद भी शामिल हों। खाने के समय मोबाइल पूरी तरह बंद रखे परिवार के साथ बैठकर खाना खाने की आदत डालें। बच्चे नियम तोड़े तो प्यार से उन्हें दोबारा समझाएँ। नियम पालन करवाएँ, लेकिन गुस्सा या मार-पीट बिल्कुल न करें। Child Mobile Addiction

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