India News (इंडिया न्यूज), Bike Rider BV Narayana : किसी ने सच ही कहा है आगे बढ़ने के लिए हौसले की जरूरत होती है। अगर हिम्मत है तो कोई भी व्यक्ति कुछ भी बड़ा कर सकता है। बाधाएं, जटिलताएं जरूर आती है लेकिन प्रकृति हमेशा स्वागत करती है। जरूरत है तो बस एक कदम बढ़ाने की। यही एक कदम जीवन को उनई दिशा दे सकता है। यह कहना है मंगलवार को जिला सचिवालय में पहुंचे कर्नाटक के बी.वी नारायण का जो एक पैर से विकलांग है लेकिन जज्बा पहाड़ से कम नहीं है। मानवता का संदेश देने को लेकर 18 वर्ष की आयु में घर से निकले नारायण आज 65 वर्ष के हो चुके हैं।
- मानवता का संदेश जन -जन तक पहुंचाने को लेकर निकल कर्नाटक के बी.वी नारायण का जिला सचिवालय पानीपत में नगराधीश टीनू पोसवाल ने प्रशिस्त पत्र देकर बढ़ाया हौसला
- अंग दान कर लाए दूसरों के जीवन में रोशनी, आम जन को कर रहे मानवता के नाते जागरूक
Bike Rider BV Narayana : हम अंग दान करके दूसरों के जीवन में ला सकते हैं रोशनी
जब घर से आम जन को मानवता का संदेश देने के लिए निकले तो जो सफेदी आज है वह नहीं थी। अब तक वे 89 देशों की यात्रा साइकिल व बाइक के माध्यम से कर चुके हैं व 20 देशों की यात्रा करने का संकल्प लेकर अपनी जीवन की नैया को आगे बढ़ा रहे हैं। उनका कहना है हम अंग दान करके दूसरों के जीवन में रोशनी ला सकते हैं। जिला सचिवालय में पहुंचने पर नगराधीश टीनू पोसवाल ने उनका प्रशस्ति पत्र देकर स्वागत किया व उनका कुशलक्षेम जाना व उनकी यात्रा सुखद रहे ऐसी शुभकामनाएं दी। Bike Rider BV Narayana
संदेश दे रहा हूं ताकि इस विकलांगता से आम जन को बचा सकूं
बी.वी नारायण कहते हैं कि विकलांग होने के बावजूद भी में अपने लक्ष्य को पूरा करने के लिए 65 साल की आयु में भी मोटर चलित ट्राई साइकिल पर सवार होकर आमजन को विकलांग बनने से रोकने के लिए संदेश दे रहा हूं ताकि इस विकलांगता से आम जन को बचा सकूं। मंगलवार को नगराधीश टिनू पोसवाल से उन्होंने शिष्टाचार पूर्वक भेंट की व अब तक की अपनी यात्रा का वृतांत उनके समक्ष रखा। उन्होंने बताया कि समय पर यदि बच्चों को समय पर पोलियो ड्रॉप पिलाया जा सके तो विकलांगता को हराया जा सकता है।
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Bike Rider BV Narayana : मद्यपान करके वाहन न चलाएं
मां-बाप बच्चों को बचपन में वाहन देकर उन्हें विकलांग ना बनाए। मद्यपान करके वाहन न चलाएं, क्योंकि इसके सेवन से विकलांगता का शिकार होना संभव है। उन्होंने बताया कि वे अमृतसर से होते हुए पानीपत के रास्ते दिल्ली के लिए बुधवार को रवाना होंगे। इस बीच उन्होंने अनेक शहरों में अभिभावकों को अंगदान करने का भी संदेश दिया। 1979 में उन्होंने साढे 18 महीने साइकिल पर सवार होकर हजारों किलोमीटर की यात्रा कर शांति का संदेश दिया।
तीन हजार किलोमीटर का रास्ता तय करके पानीपत पहुंचे
उन्होंने बताया कि 1978 में साइकिल पर भारत भ्रमण कर 56 दिनों में 7 हजार 680 किलोमीटर का भ्रमण कर लोगों को विभिन्न सामाजिक मुद्दों को लेकर जागरूक किया। वे कहते हैं कि हमें जीवन में ऐसा कुछ करना चाहिए ताकि हमारे अंग हमारे जाने के बाद भी दूसरों के काम आ सकें। उन्होंने बताया कि वे तीन हजार किलोमीटर का रास्ता तय करके पानीपत पहुंचे हैं व अब तक 89 देशों की यात्रा वे कर चुके हैं जिसमें कनाडा, अमेरिका, सिंगापुर आदि प्रमुख है।
20 देशों की यात्रा करने का जज्बा लेकर निकले हैं व इसमें कामयाब होंगे
वे 20 देशों की यात्रा करने का जज्बा लेकर निकले हैं व इसमें कामयाब होंगे। वी.वी. नारायण कहते हैं कि वे समाज को जागरूक करने के लिए सड़क सुरक्षा, रक्तदान, अंगदान का महत्व भी समझाते हैं। उनका कहना है कि यह यात्रा महज भ्रमण के लिए नहीं बल्कि एक सामाजिक संदेश देने के उद्देश्य से शुरू की है। वे स्वयं दिव्यांग है लेकिन उन्होंने कभी अपनी शारीरिक स्थिति को अपनी कमजोरी नहीं बनने दिया।
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सुझाव दिए कि बच्चों को समय पर पोलियो ड्रॉप दी जाए
उन्होंने बताया कि यदि समाज सजग हो जाए तो कई प्रकार की दिव्यांगता को रोका जा सकता है। उन्होंने सुझाव दिए कि बच्चों को समय पर पोलियो ड्रॉप दी जाए। विवाह से पूर्व रक्त समूह की जांच अवश्य करवाई जाए। बच्चों को कम उम्र में वाहन ना दें। नशे की स्थिति में वाहन संचालन से बचे व वाहन चलाते समय फोन का प्रयोग ना करें। वे कहते हैं कि जो लोग पहले से दिव्यांग है ये गुणवत्तापूर्ण उपकरणों का ही प्रयोग करें। उन्होंने बताया कि वे 89 देशों की 96 हजार किलोमीटर की यात्रा वे कर चुके हैं। नगराधीश ने उन्हें प्रशंसा पत्र देकर उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। Bike Rider BV Narayana