- इलेक्ट्रिक थ्री व्हीकल खरीदने में नियमों के तहत कार्यवाही होगी : अनिल विज
India News (इंडिया न्यूज), Electric Bus Depot Panipat : हरियाणा के परिवहन मंत्री अनिल विज ने कहा कि पुराने बस स्टैंड, पानीपत में इलेक्ट्रिक बस डिपो निर्माणाधीन है जोकि जुलाई – 2025 तक इसके तैयार होने की संभावना है। डिपो के तैयार होने के बाद, शेष सभी 45 इलेक्ट्रिक बसें संचालित कर दी जाएंगी। विज आज चंडीगढ़ में हरियाणा विधानसभा में चल रहे बजट सत्र में लगाए गए एक प्रश्न का उत्तर दे रहे थे। Electric Bus Depot Panipat
Electric Bus Depot Panipat : थ्री व्हीलर पॉल्यूशन और ट्रैफिक जाम का कारण बन रहे
इसके अलावा, पानीपत शहर में मेट्रो सिटी से आए थ्री व्हीलर पॉल्यूशन और ट्रैफिक जाम का कारण बन रहे हैं और सदन में अनुरोध किया गया कि इन थ्री व्हीलर्स को इंपाउंड किया जाए और गरीबों के हित को ध्यान में रखते हुए उन्हें सस्ती दरों पर लोन उपलब्ध करवाकर इलेक्ट्रिक थ्री व्हीकल खरीदने में सहायता दी जाए। इस पर परिवहन मंत्री अनिल विज ने आश्वासन देते हुए बताया कि नियमों के तहत उचित कार्रवाई की जाएगी। Electric Bus Depot Panipat
इलेक्ट्रिक बसों का सफर लोगों को खूब पसंद आ रहा
बता दें कि हरियाणा के कई शहरों में संचालित हो रही इलेक्ट्रिक बसों का सफर लोगों को खूब पसंद आ रहा है। वहीं, पानीपत का जिक्र करें तो यहां करीब एक साल से इलेक्ट्रिक बसों का संचालन हो रहा है। इन बसों में लोगों के सफर के अच्छे रिस्पॉन्स को देखते हुए पानीपत रोडवेज डिपो में 45 नई इलेक्ट्रिक बसें शामिल की जाएगी।
वर्तमान में शहर में संचालित हो रही इलेक्ट्रिक बसें पानीपत के नए बस स्टैंड से लेकर टोल प्लाजा तक का सफर तय कर रही है। इन बसों की आधिकारिक रूप से शुरूआत इसी साल 28 फरवरी से हुई थी। इन बसों में सफर करना लोगों को पसंद आ रहा है। Electric Bus Depot Panipat
Electric Bus Depot Panipat : सिटी बस सर्विस का यहां होगा ठिकाना
इलेक्ट्रिक सिटी बस सेवा का स्थाई ठिकाना शहर का पुराना बस स्टैंड को बनाया गया है। यहां पर करीब 7 करोड़ रुपए की लागत से अत्याधुनिक चार्जिंग स्टेशन तैयार किया जा रहा है। अप्रैल 2024 में इस चार्जिंग स्टेशन निर्माण के लिए टेंडर किया गया था। डेडलाइन के मुताबिक, अगस्त माह के पहले सप्ताह तक इसको तैयार कर लिया जाएगा। हालांकि मंत्री विज जुलाई तक तैयार होने का दावा कर रहे हैं।
Electric Bus Depot Panipat : सुरक्षित है सफर
उल्लेखनीय है कि इन इलेक्ट्रिक बसों की स्पीड लिमिट 50 किलोमीटर प्रति घंटा तय की गई है। इससे ज्यादा रफ्तार बढ़ाने पर तुरंत कंट्रोल रूम में मैसेज पहुंच जाता है, जिसका जवाब ड्राइवर को देना पड़ता है। वहीं, इन बसों के संचालन से ऑटो चालकों द्वारा मनमर्जी का किराया वसूलने की समस्या से छुटकारा मिलेगा। इसके अलावा इलेक्ट्रिक बसों के संचालन से शहर में प्रदूषण को कम करने में मदद मिलेगी।
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