India News (इंडिया न्यूज), Fake DSP Arrested : पुलिस अधीक्षक भूपेंद्र सिंह आईपीएस के मार्गदर्शन में कार्रवाई करते हुए पानीपत पुलिस टीम ने फर्जी डीएसपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान सुमित आहूजा निवासी आठ मरला के रूप में हुई है। आरोपी फर्जी डीएसपी ने सिक्योरिटी एजेंसी संचालक को पंजाब यूनिवर्सिटी में सिक्योरिटी का टेंडर दिलाने के नाम पर उससे 11.46 लाख रुपए की ठगी की थी। आरोपी ने स्वयं को इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो पंचकूला में डीएसपी व पत्नी को माननीय उच्च न्यायालय पंजाब एवं हरियाण चंडीगढ़ में कार्यरत अधिकारी बताया था। Fake DSP Arrested

Fake DSP Arrested : उसकी सुमित आहूजा व उसकी पत्नी तनवीर संधु से मुलाकात हुई

उप पुलिस अधीक्षक मुख्यालय सतीश वत्स ने बुधवार को जिला सचिवालय स्थित पुलिस विभाग के सभागार में प्रेसवार्ता के दौरान बताया कि पुलिस अधीक्षक कार्यालय में दत्ता कॉलोनी निवासी अमित शर्मा ने शिकायत देकर बताया था उसका एवी सिक्योरिटी सर्विस के नाम से माडल टाउन में ऑफिस है। वह सिक्योरिटी के लिए मैनपावर उपलब्ध कराने का काम करता है। जाटल रोड नहर के पास स्थित कार वर्ल्ड पर वह अपनी गाड़ी की सर्विस कराने के लिए गया था। उसकी सुमित आहूजा व उसकी पत्नी तनवीर संधु से मुलाकात हुई। Fake DSP Arrested

फ़ीस के नाम पर उससे खाते में 40 हजार रुपए ट्रांसफर करवा ले लिए

तनवीर संधु ने अपने आप को डीएसपी बताते हुए इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो पंचकूला में तैनाती बताई व तनवीर संधू ने अपने आप को माननीय उच्च न्यायालय पंजाब एवं हरियाण चंडीगढ़ में कार्यरत अधिकारी बताया। उसने दंपत्ती की बातों पर विश्वास कर लिया। 5 जनवरी 2025 को उसका सेविंग अकाउंट सीज हो गया उसने सुमित आहुजा से बात की। सुमित आहुजा उसके सामने अपने मोबाइल में डीसीपी साउथ जोन मुंबई के नाम से सेव नंबर पर बात की। इसके अगले दिन किसी वकील से भी बात होने बारे कहा। काम होने का आश्वासन देकर फ़ीस के नाम पर उससे खाते में 40 हजार रुपए ट्रांसफर करवा ले लिए।

सिक्योरिटी का टेंडर दिलवाने की बात कह दस्तावेजों की लिस्ट भेज दी

इसके बाद 14 जनवरी 2025 को सुमित आहूजा ने उसके पास फोन कर कहा पंजाब यूनिवर्सिटी में सिक्योरिटी में 4 हजार व्यक्तियों का टेंडर आया है। युनिवर्सिटी का डायरेक्टर उसके परिवार का आदमी है। उसको सिक्योरिटी का टेंडर दिलवाने की बात कह दस्तावेजों की लिस्ट भेज दी। टेंडर की बातचित करने का झांसा देकर चंडीगढ़ स्थित पंजाब लघु सचिवाल में चलने की बात कहकर 22 जनवरी 2025 को उसको अपने साथ चंडीगढ़ ले गया। वहा उसको गाड़ी में बैठाकर स्वयं अंदर चला गया और कुछ देर बाद बाहर आकर कहा बात हो गई है, 11 लाख रूपए आज ही देने होंगे।

काम के बारे में पूछा तो बहाने बनाने शुरू कर दिए

उसने पैसे बारे असमर्थता जताई तो सुमित आहुजा ने कहा वह अपने पास से आज पैसे दे देगा तुम कल दे देना। देर रात पानीपत पहुंचे तो दोस्त रॉबिन से 7.50लाख रूपए लेकर सुमित आहूजा को दे दिए। बाकी के 3.50लाख रूपए 23 जनवरी को आढ़ती से लेकर दे दिए। इसके अतिरिक्त टेंडर की फिस के नाम पर 6 हजार रूपए खाते में ट्रांसफर करवा लिए। पैसे देने के बाद उसने काम के बारे में पूछा तो बहाने बनाने शुरू कर दिए। इसके बाद उसको सुमित आहुजा पर शक हुआ।

आरोपी दंपत्ती ने झांसे में लेकर उससे उक्त राशि की ठगी कर ली

बाद में सुमित आहुजा ने बड़े अधिकारियों के साथ अपनी जान पहचान होने की बात कहकर धमकाना शुरू कर दिया और सब कुछ भूल जाने के लिए कहा। वह माडल टाउन स्थित सावन पार्क में आरोपी के ठीकाने पर गए तो मकान मालिक ने बताया दंपत्ती किराये पर रहते है और कई दिन से नहीं आए है। आरोपी दंपत्ती ने झांसे में लेकर उससे उक्त राशि की ठगी कर ली। अमित की शिकायत पर आरोपी दंपत्ती के खिलाफ थाना पुराना औद्योगिक में धोखाधड़ी की विभिन्न धाराओं के तहत अभियोग दर्ज कर कानूनी कार्रवाई अमल में लाई गई थी। Fake DSP Arrested

संभावित ठीकानों पर दंबिश दे रही थी

उप पुलिस अधीक्षक सतीश वत्स में ने बताया कि पुलिस अधीक्षक महोदय ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच सीआईए टू प्रभारी इंस्पेक्टर फूल कुमार की टीम को सौंपी थी। पुलिस टीम आरोपी को पकड़ने के लिए उसके संभावित ठीकानों पर दंबिश दे रही थी। टीम ने बुधवार को मिली गुप्त सूचना पर दबिश देकर आरोपी सुमित आहूजा को आठ मरला से गिरफ्तार किया। प्रारंभिक पूछताछ में आरोपी ने फर्जी डीएसपी ठगी करने की उक्त वारदात को अंजाम देने बारे स्वीकारा।

युवक को विदेश भेजने के नाम पर 12 लाख रूपए की ठगी की थी

मामलें में आरोपी पत्नी तनवीर संधू ने माननीय उच्च न्यायालय से अपनी अग्रिम जमानत करवाई हुई है, जिसको बीते अप्रैल माह में शामिल जांच कर गिरफ्तार किया जा चुका है। पुलिस वीरवार को आरोपी को माननीय न्यायालय में पेश कर पुलिस रिमांड पर लेगी। रिमांड के दौरान पुलिस आरोपी ने गहनता से पूछताछ करने के साथ ही ठगी की नगदी बरामद करने का प्रयास करेंगी। उप पुलिस अधीक्षक सतीश वत्स ने बताया कि आरोपी सुमित आहूजा के खिलाफ धोखाधड़ी का एक अन्य मामला करनाल जिले के रामनगर थाना में दर्ज है। आरोपी ने करनाल की एक कॉलोनी निवासी युवक को विदेश भेजने के नाम पर 12 लाख रूपए की ठगी की थी। Fake DSP Arrested

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