India News (इंडिया न्यूज), Fathers Day : आज जब हम फादर्स डे मना रहे हैं, तो यह केवल एक व्यक्तिगत संबंध का उत्सव नहीं, बल्कि एक सामाजिक चेतना का दिन भी है। एक संरक्षण अधिकारी एवं बाल विवाह निषेध अधिकारी के रूप में मैं यह भलीभांति समझती हूँ कि पिता की भूमिका न सिर्फ परिवार के आर्थिक पोषण में होती है, बल्कि वह अपने बच्चों के जीवन में एक मजबूत नैतिक मार्गदर्शक और संरक्षक भी होते हैं। विशेष रूप से बालिकाओं के जीवन में पिता की सोच, उनकी स्वतंत्रता और शिक्षा के प्रति उनका नजरिया यह तय करता है कि वह लड़की एक आत्मनिर्भर महिला बनेगी या नहीं। Fathers Day
Fathers Day : मैं हर उस पिता को नमन करती हूँ जो….
जब किसी घर में पिता यह संकल्प लेते हैं कि उनकी बेटी कम उम्र में विवाह नहीं करेगी, वह पहले शिक्षित होगी, सक्षम बनेगी और फिर अपने जीवन के निर्णय स्वयं लेगी—तो वे न केवल एक बच्ची का जीवन संवारते हैं बल्कि पूरे समाज में बदलाव की एक लहर चलाते हैं।
हमने कई मामलों में देखा है कि जब पिता ने अपनी बेटी के लिए आवाज उठाई, तब बाल विवाह जैसे कुरीतियों को रोकने में सफलता मिली। आज के दिन मैं हर उस पिता को नमन करती हूँ जो परंपराओं के नाम पर थोपी गई सामाजिक बुराइयों के खिलाफ खड़े होते हैं, अपनी बेटियों को पढ़ने, बढ़ने और उड़ने की आज़ादी देते हैं। Fathers Day
पिता केवल पालनकर्ता नहीं, बल्कि समानता, स्वतंत्रता और सुरक्षा का वाहक भी
ऐसे पिता असल में सामाजिक क्रांति के वाहक हैं। फादर्स डे का अवसर हमें यह याद दिलाता है कि एक पिता केवल पालनकर्ता नहीं, बल्कि समानता, स्वतंत्रता और सुरक्षा का वाहक भी है। वह जब अपनी बेटी का हाथ पकड़ता है तो उसे साहस भी देता है, जब वह उसकी आवाज़ बनता है तो समाज की सोच बदलती है। मेरा कार्यक्षेत्र चाहे जितना भी चुनौतीपूर्ण क्यों न हो, लेकिन जब किसी बालिका को उसका पिता खुद बाल विवाह से बचाता है, तो वह एक प्रेरणादायक मिसाल बन जाती है।
Fathers Day : हर पिता अपने घर की बेटियों के लिए एक मजबूत दीवार बनें
इसलिए आज यह जरूरी है कि हम फादर्स डे को केवल एक कार्ड और उपहार तक सीमित न रखें, बल्कि इसे बेटियों की सुरक्षा, शिक्षा और सम्मान के प्रति पिता की भूमिका को मजबूत करने के अवसर के रूप में देखें। मैं अपील करती हूँ कि हर पिता अपने घर की बेटियों के लिए एक मजबूत दीवार बनें, न कि परंपराओं की आड़ में उनका भविष्य तय करने वाले। फादर्स डे पर यही सबसे बड़ा तोहफा हो सकता है—समझदारी, संवेदनशीलता और समानता से भरा एक पिता, जो अपने बच्चों खासकर बेटियों के लिए बदलाव की मिसाल बनें। Fathers Day