India News (इंडिया न्यूज), Haryana Congress Politics : एक बार फिर हरियाणा कांग्रेस में नए बदलाव की सुगबुगाहट तेज हो गई है। जी हां, प्रदेश प्रभारी बीके हरिप्रसाद ने दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय में वरिष्ठ नेताओं से संगठन को लेकर फीडबैक लिया है। इस बैठक में भूपेंद्र सिंह हुड्डा गुट के नेताओं और विधायकों ने विधायक दल के नेता के फैसले को जल्द घोषित करने की मांग उठाई।
Haryana Congress Politics : पांच माह से नेता विपक्ष का पद खाली
सूत्रों के अनुसार कांग्रेस जल्द ही हरियाणा में विधायक दल के नेता का ऐलान कर सकती है। हालांकि, इस दौड़ में भूपेंद्र सिंह हुड्डा सबसे आगे माने जा रहे हैं। वही अगर इस रेस में हुड्डा को मौका नहीं मिलता तो अशोक अरोड़ा और गीता भुक्कल के नाम पर भी चर्चा हो सकती है। मालूम रहे कि हरियाणा विधानसभा में पांच माह से नेता विपक्ष का पद खाली पड़ा है, क्योंकि पार्टी आलाकमान कोई अंतिम फैसला नहीं ले सका।
हुड्डा गुट का दबदबा
वहीं हरियाणा कांग्रेस के कुल 37 विधायकों में से अधिकांश विधायक हुड्डा गुट के माने जाते हैं। हुड्डा खुद विधायक दल के नेता बने रहना चाहते हैं, लेकिन कांग्रेस नेतृत्व इस पर असमंजस में हैं। इस मुद्दे को लेकर पार्टी में भीतरी गुटबाजी भी चरम पर है। इस बैठक में पहली बार भूपेंद्र सिंह हुड्डा, कुमारी सैलजा, रणदीप सुरजेवाला सहित सभी वरिष्ठ नेता एक मंच पर दिखे।
प्रदेश प्रभारी बीके हरिप्रसाद ने हर नेता से व्यक्तिगत चर्चा भी की। चर्चा के दौरान कुछ नेताओं ने नए प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति की भी मांग की। अब देखना दिलचस्प होगा कि अनुभवी नेता बीके हरिप्रसाद इस गुटबाजी के बीच हरियाणा कांग्रेस में संतुलन बनाने में कितने सफल होते हैं और संगठन में क्या बड़े बदलाव होते हैं।