India News (इंडिया न्यूज), Jamiat Ulema-e-Hind : जमीयत उलेमा ए हिंद (पंजाब-हरियाणा, चंडीगढ़, हिमाचल) के सदर मौलाना हकीमुद्दीन (मेवाती) रविवार को मॉडल टाउन स्थित ईदगाह में पहुंचे और कुछ समय ईदगाह में व्यतीत किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि सरकार मुसलमानों को जानबूझकर परेशान कर रही है। पिछले कुछ समय से सरकार जिस तरह से मदरसों को टारगेट कर रही है। वह सही नहीं है। Jamiat Ulema-e-Hind

Jamiat Ulema-e-Hind : हजारों की संख्या में मंदिर, गुरूद्वारे, चर्च भी इस देश में है क्या यह नियम उन पर भी हैं लागू

मदरसों ने देश की आजादी में बड़ी कुर्बानियां दी है। इसलिए उनका संगठन मदरसों को बचाने के लिए लगातार काम कर रहा है। मौलाना हकीमुद्दीन ने कहा कि मदरसों के बचाव, समाज सुधारक, भाईचारे और जमीयत को आगे बढ़ाने के लिए पंजाब के लुधियाना में एक बड़ा जलसा आयोजित किया जा रहा है। इसमें देशभर के लोग हिस्सा लेने के लिए पहुंचेंगे। उन्होंने सरकार से सवाल किया कि देश में हजारों की संख्या में मंदिर, गुरूद्वारे, चर्च भी इस देश में है क्या यह नियम उन पर भी लागू हैं।

Jamiat Ulema-e-Hind : देश की आजादी में मदरसों और मस्जिदों का बड़ा योगदान

मुफ्ती दाऊद कासमी व मौलाना इलियास ने कहा कि देश की आजादी में मदरसों और मस्जिदों का बड़ा योगदान है। जिन गरीब और असहाय लोगों को सरकार शिक्षा नहीं दे पा रही उन्हें यही मदरसे शिक्षा देकर अच्छा नागरिक बना रहे हैं। सरकार का दायित्व है कि हर नागरिक को शिक्षा, चिकित्सा और मूलभूत सुविधाएं प्रदान करना लेकिन सरकार अपने कर्तव्यों पर पूर्ण नहीं कर रही है। इसलिए वो मदरसों और मस्जिदों को टारगेट कर रही है। इस अवसर पर ईदगाह के इमाम मौलाना सादिक, मोइनुद्दीन, जमसेद अली, अजीज खान, मास्टर कदिर, सरफराज, वसीम आदि उपस्थित रहे। Jamiat Ulema-e-Hind

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