- स्वास्थ्य विभाग की टीम ने लिंग जांच मामले में पकड़े गए दलाल से 20 रुपए हजार किए बरामद
- लिंक जांच मामले में पकड़े गए आरोपी के खिलाफ स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पुलिस में दर्ज कराई शिकायत
- झज्जर के स्वास्थ्य विभाग अधिकारी ब्रह्मदीप सिंह ने मामले की जानकारी
India News Haryana (इंडिया न्यूज), Jhajjar Health Department Team : झज्जर के स्वास्थ्य विभाग की टीम ने लिंग जांच गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए एक दलाल को नूंह जिले के तावडू से काबू करने मे सफलता हासिल की है। स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा पकड़े गए दलाल के पास से लिंग जांच के नाम पर मांगी गई 20 हजार की राशि भी बरामद की गई है। सरकार के बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान को आगे बढ़ाने की दिशा में झज्जर स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार लिंग जांच करने वाले लोगों के खिलाफ सख़्ती से कार्रवाई कर रही है।
Jhajjar Health Department Team : 20000 रुपए में लिंग जांच का सौदा तय किया
झज्जर के स्वास्थ्य विभाग अधिकारी ब्रह्मदीप सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि गुप्त सूचना मिली कि तावडू में एक व्यक्ति मोटी रकम के बदले झज्जर और आसपास की गर्भवती महिलाओं की लिंग जांच करवाता है। सूचना की पुष्टि के लिए जिला समुचित प्राधिकरण झज्जर ने एक टीम का गठन किया जिसमें नोडल अधिकारी पीएनडीटी डॉ संदीप दलाल, डॉ बसंत दूबे, डॉ कनुप्रिया एवं विनोद शामिल रहे।
गुप्त सूचना के आधार पर साहिब पुत्र जब्बार खान नाम के टाउट का जो मोबाइल नंबर दिया गया था उससे प्रलोभन ग्राहक के जरिए बातचीत की गई जिसमें उसने 20000 रुपए में लिंग जांच का सौदा तय किया और प्रलोभन ग्राहक को 24 फरवरी को बिलासपुर चौक,तावडू बुलाया।
मैं बताऊंगा की आपके गर्भ में लड़का है या लड़की
पीएनडीटी टीम ने प्रलोभन ग्राहक उसके पति और पुलिस हेड कांस्टेबल रीना (जो प्रलोभन ग्राहक की ननद का अभिनय कर रही थी) को बिलासपुर चौक छोड़ दिया। प्रलोभन ग्राहक के पति ने टाउट साहब को फोन किया। थोड़ी देर बाद टाउट बरेजा कार में आया और तीनों को बैठाकर अरावली हॉस्पिटल तावडू ले गया, जहां से उसने प्रलोभन ग्राहक की रेफरल स्लिप बनवाई।
पीएनडीटी टीम झज्जर लगातार बरेजा गाड़ी का पीछा कर रही थी। स्लिप बनवाने के बाद टाउट प्रलोभन ग्राहक को ओम अल्ट्रासाउंड सेंटर, तावडू ले आया और बोला कि अंदर जाकर 1000 रुपए की स्लिप कटवाकर अल्ट्रासाउंड करवा लेना रिपोर्ट ले आना उसके बाद मैं बताऊंगा की आपके गर्भ में लड़का है या लड़की।
स्टाफ से पूछताछ की गई एवं सेंटर के रिकॉर्ड की छानबीन की गई
अल्ट्रासाउंड होने के बाद टाउट वापस तीनों को गाड़ी से बिलासपुर चौक के पास ले आया और वहां प्रलोभन ग्राहक के गर्भ में लड़का होना बताया एवं इसके बदले प्रलोभन ग्राहक के पति से 20000 रुपए ले लिए, जिसकी रिकॉर्डिंग महिला हेड कांस्टेबल रीना द्वारा की गई। इसके बाद प्रलोभन ग्राहक का पति पानी लेने के बहाने गाड़ी से उतरा और पास खड़ी पीएनडीटी टीम को इशारा किया।
इशारा पाकर टीम ने टाउट साहिब को 20000 रुपए के साथ रंगे हाथों पकड़ा और ओम अल्ट्रासाउंड सेंटर पर ले आए, जहां नूंह पीएनडीटी नोडल अधिकारी डॉ आशीष और लोकल पुलिस ने पीएनडीटी टीम झज्जर को ज्वाइन कर लिया और टाउट साहिब एवं अल्ट्रासाउंड सेंटर के मालिक डॉ सचिन कटारिया व स्टाफ से पूछताछ की गई एवं सेंटर के रिकॉर्ड की छानबीन की गई।
ओम अल्ट्रासाउंड सेंटर के पीएनडीटी रिकॉर्ड में अनियमिताएं मिली
पीएनडीटी टीम को ओम अल्ट्रासाउंड सेंटर के पीएनडीटी रिकॉर्ड में अनियमिताएं मिली। इसके बाद टीम ने सेंटर की अल्ट्रासाउंड मशीन को सील करके जिला समुचित प्राधिकरण नूंह को डॉ सचिन कटारिया के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई करने के लिए सूचित किया। इसके बाद टाउट साहिब को पुलिस के हवाले कर दिया गया और उसके खिलाफ पीसी पीएनडीटी एक्ट में FIR दर्ज करवाई गई। साथ ही पुलिस को लिखा गया कि लिंग जांच में यदि डॉ सचिन कटारिया और अरावली हॉस्पिटल से किसी की मिलीभगत मिलती है तो इनके खिलाफ भी पीसी पीएनडीटी एक्ट में मुकदमा दर्ज किया जाए।