India News (इंडिया न्यूज), Haryana News: जब मन में ठान लिया कुछ करना है तो आपकी डगर कभी मुश्किल नहीं हो सकती , ये कहानी है करनाल के एक छोटे से गांव के सुनील की जो कि बैंक में क्लर्क हैं पर साथ ही साथ एक पर्वतारोही भी। इनका पैशन, जुनून सब ऊंची ऊंची चोटियों पर बसता है और ये हरियाणा के ऐसे पहले पर्वतारोही हैं जिन्होंने 8 हजार मीटर से ज्यादा ऊंचाई वाली 4 पर्वत श्रृंखलाओं पर फतह हासिल की हुई है। सुनील बड़े होकर कभी ग्रुप में तो कभी अकेले अलग अलग पर्वत पर ट्रैकिंग करता था , वो उसका फिर जुनून बन गया । सुनील ने वैसे तो कई बड़े बड़े पर्वत पर चढ़कर फतह हासिल की है, लेकिन विश्व की सबसे ऊंची चोटी पर भी 2022 में फतह हासिल कर ली थी।

  • एक और फ़तेह की हासिल
  • हरियाणा के छोरे ने रचा इतिहास

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एक और फ़तेह की हासिल

सुनील ने माउंट एवरेस्ट पर फतह हासिल की थी, वो सफर भी सुनील का कठिनाइयों से भरा और यादगार रहा था, वहीं उसी के साथ सुनील ने माउंट लॉतसे पर भी फतह हासिल की । आपको बता दें कि जहां एवरेस्ट की ऊंचाई 8848 मीटर है तो वहीं माउंट लॉतसे की ऊंचाई भी 8 हजार मीटर से ज्यादा है और दोनों को सुनील ने बैक टू बैक 22 घंटे में पूरा किया था। वहीं उसके बाद सुनील माउंट मनासलू पर भी फतह हासिल की , उसे हासिल करने में उन्होंने 78 घंटे का समय लिया जो कि एक रिकॉर्ड टाइम हैं, ये वो पर्वत हैं जो कठिनाइयों से भरे हुए हैं, रास्ते में कई लोगों की जान चली जाती है, कुछ लोग पूरा नहीं कर पाते पर सुनील ने अपने जुनून को अपनी ताकत बनाकर इन पर फतह हासिल की है।

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हरियाणा के छोरे ने रचा इतिहास

वहीं उसके बाद उन्होंने कंचनजंगा पर्वत  पर ट्रैक किया। लेकिन वहां मौसम खराब के कारण उन्हें निराशा लगी और उनका वो ट्रैक पूरा नहीं हुआ और उन्हें वापिस आना पड़ा। उसके बाद उन्होंने अब विश्व की सबसे खतरनाक चोटी,जिसका सक्सेस टाइम माउंट एवरेस्ट से भी कम है, जहां पर बहुत कम पर्वतारोही जा पाते हैं, बहुत से पर्वतारोही बीच में मर जाते हैं क्योंकि कई बार खतरनाक एवलांच आ जाता है, लेकिन सुनील ने इसे भी पूरा किया और फतह हासिल कि जिसका नाम है माउंट अन्नपूर्णा, ये नेपाल में स्थित है। वो ये हासिल करने वाले ऐसे पहले हरियाणा के बने जिन्होंने माउंट अन्नपूर्णा पर फतह हासिल की। वहीं उनके आधे घंटे बाद हिसार के नरेंद्र ने भी इस पर फतह हासिल की, दोनों एक ही ग्रुप में थे। कहा जाता है कि माउंट अन्नपूर्णा की चढ़ाई माउंट एवरेस्ट से भी खतरनाक है।

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