India News (इंडिया न्यूज), Kumari Selja : अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव, पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा ने कहा कि प्रदेश में काम कम और घोटाले ज्यादा हुए है, अधिकारियों और ठेकेदारों की मिलीभगत से घोटालों को अंजाम दिया जा रहा है, पर सरकार हाथ पर हाथ रखे बैठी है। कुमारी सैलजा ने कहा कि ज्यादातर विभाग भ्रष्टाचार में डूबे हुए है पर सिंचाई विभाग सरकार के राजस्व को ज्यादा चूना लगा रहा है। Kumari Selja
Kumari Selja : तीन चीफ इंजीनियरों के खिलाफ नाराजगी नोट जारी
बाढ़ से पहले बचाव की तैयारियों को लेकर बाद में बाढ़ में प्रबंधनों के नाम पर फर्जी बिल बनाकर घोटाले किए जा रहे है जबकि सरकार हर विभाग में पूरी पारदर्शिता की बात करती है। सिंचाई विभाग में हाल ही में निर्माणाधीन प्रोजेक्ट में भारी घोटाला हुआ, आनन फानन में सरकार ने 12 एसई, 17 एक्सईएन, 22 एसडीओ और 29 जेई को चार्जशीट किया है और तीन चीफ इंजीनियरों के खिलाफ नाराजगी नोट जारी किया है।
विपक्ष शोर मचाता रहा पर सरकार जांच कराने को तैयार नहीं हुई
मीडिया को जारी बयान में सांसद कुमारी सैलजा ने कहा कि भाजपा सरकार के कार्यकाल में धान घोटाला, चावल घोटाला, शराब घोटाला और न जाने कितने घोटाले हुए विपक्ष शोर मचाता रहा पर सरकार जांच कराने को तैयार नहीं हुई क्योंकि इसमें सरकार के लोग ही शामिल थे। Kumari Selja
जनस्वास्थ्य विभाग और स्थानीय निकायों नगर पालिका, नगर परिषद और नगर निगमों में भ्रष्टाचार भीतर जाकर बैठ गया था, हर काम में घोटाला होता आया है पर सरकार को वहां पर भी पारदर्शिता दिखाई देती है। सिंचाई विभाग सीधे तौर पर किसानों और आम आदमी से जुड़ा हुआ है, नहरों के माध्यम से किसानों को फसलों की सिंचाई के लिए पानी देता है साथ ही जनस्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग को पेयजल उपलब्ध कराता है ताकि लोगों को पीने के पानी का मिल सके।
किसानों से संबंधित कार्य में ही सबसे ज्यादा घोटाला होता
सिंचाई विभाग में किसानों से संबंधित कार्य में ही सबसे ज्यादा घोटाला होता है, नहरों की साफ सफाई कागजों में दिखाकर फर्जी बिलों का भुगतान कर दिया जाता है, कभी तटबंधों की मरम्मत के नाम पर घोटाला किया जाता है, बाढ़ में जब तटबंध टूट जाता है तो कहा जाता हैे कि चूहों द्वारा तटबंध में बनाए बिल के कारण ही तटबंध टूटा है। बाढ़ में तटबंधों की मजबूती के लिए बोरों में रेत भरकर लगाए जाते है वहां पर बोरों की संख्या में अधिक दिखाकर, बोरों के रेट बाजार से कई गुना दिखाकर पैसा जेब में डाला जाता है। Kumari Selja
घोटालों को अंजाम अधिकारी ठेकेदारों के साथ मिलकर देते है और दे रहे हैं
साथ ही बोरों में रेत भरने का खर्च अलग होता है, नहरों से निकली मिट्टी या रेत जिन वाहनों से दूर ले जाया जाता है पता चला कि वे वाहन बाइक और स्कूटर है। ऐसा सिरसा में पहले भी हो चुका है। घोटालों को अंजाम अधिकारी ठेकेदारों के साथ मिलकर देते है और दे रहे हैं। अगर सरकार ईमानदारी से निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर सख्त कार्रवाई करे तो घोटालों पर काफी हद तक रोक लगाई जा सकती है पर जब घोटाला में सरकार के लोग या सत्ता पक्ष के लोग शामिल हो तब निष्पक्ष जांच होगी इसे लेकर बार-बार संदेह होता है। Kumari Selja