कुरुक्षेत्र-इशिका ठाकुर, India News (इंडिया न्यूज), Kurukshetra News : आजकल इस महंगाई और कॉम्पिटीशन के दौर में हर किसी के लिए अपनी दो वक्त की रोटी कमाना भी मुश्किल हो रहा है, लेकिन ऐसे बहुत से लोग हैं जो सिर्फ अपने लिए ही नहीं दूसरों के लिए भी दो वक्त की रोटी का जुगाड़ कर रहे हैं। ऐसी ही एक महिला कुरुक्षेत्र के गांव बापदा की रहने वाली डिंपल रानी है। जिन्होंने आज से करीब 8 साल पहले अपने रोजगार की शुरुआत की। करीब 15 हजार रुपये से उन्होंने बिजनेस शुरू किया और आज वो सालाना लाखों रुपए कमा रही है। Kurukshetra News
Kurukshetra News : दीपक की बाती का स्टार्टअप किया शुरू
डिंपल ने बताया कि उन्होंने 2018 में दीपक की बाती बनाने का काम शुरू किया था। लेकिन उस समय उसने नहीं सोचा था कि उनके छोटे से स्तर से शुरू किया गया काम बड़े स्तर पर पहुंच जाएगा। उन्होंने शुरू में इस काम पर मशीन और कच्चे माल पर करीब ₹15000 खर्च किए थे, लेकिन उनकी इस लग्न ने उनको हरियाणा की ऐसी महिलाओं की लिस्ट में शामिल कर दिया जिन्होंने अपने स्टार्टअप से खुद की एक अलग पहचान बनाई है।
100 से ज्यादा महिलाओं को दिया रोज़गार
डिंपल ने बताया कि उन्होंने डी फार्मेसी की पढ़ाई की हुई है। लेकिन वे फार्मेसी की लाइन में नहीं जाना चाहती थी क्योंकि उनके अंदर शुरुआती समय से ही एक अलग जुनून था कि वह खुद के लिए ही नहीं दूसरों के लिए भी रोजगार तैयार करेंगी। इस स्टार्टअप की शुरुआत करने के बाद धीरे-धीरे उनका काम अच्छा होता गया जिसके चलते आज उन्होंने 100 से ज्यादा महिलाओं को रोजगार दिया हुआ है। Kurukshetra News
कुछ अलग करने का जुनून उनके अंदर था
उन्होंने बताया कि जो ग्रामीण परिवेश की महिलाएं हैं उनके लिए कुछ अलग करने का जुनून उनके अंदर था, जिसके चलते उन्होंने इस काम को चुना। उन्होंने कहा कि इस काम को शुरू करने के पीछे उनकी सोच ये थी कि हर व्यक्ति पूजा पाठ करता है और पूजा पाठ में हर व्यक्ति दीपक जलाता है और उसके चलते ही उन्होंने दीपक की बाती बनाने का काम शुरू किया था। अब उनके साथ-साथ 100 अन्य घरों का भी रोजगार चल रहा है। डिंपल ने बताया कि वे स्वयं सहायता ग्रुप से जुड़ी हुई हैं। उनका ये काम करने का आईडिया खुद का था लेकिन उनको सरकार का भी काफी सहयोग मिला है।
Kurukshetra News : पति ने भी की मदद
डिंपल ने बताया कि उनके पति जिले सिंह का उनके काम में काफी सहयोग रहा है। उन्होंने दीपक की बाती बनाने के लिए खुद मशीन असेंबल की है। इससे वे खुद के लिए तो रोजगार तैयार कर सके। इसके साथ-साथ और लोगों का भी घर उनके इस काम से चल रहा है क्योंकि उनके द्वारा तैयार की गई 100 से ज्यादा मशीन महिलाओं के पास पहुंच चुकी है जो अपने खुद का काम करके अच्छा पैसा कमा रही है।
दीपक की बाती, मोली और अगरबत्ती बना रही डिंपल
डिंपल ने बताया कि उन्होंने इस स्टार्टअप की शुरुआत दीपक की बाती बनाने से की थी। धीरे-धीरे उनके साथ और भी महिलाएं जुड़ती गई और उसके बाद उन्होंने अपने इस काम को और भी आगे बढ़ाया और उसके बाद उन्होंने मोली बनाने का काम शुरू किया।
उसके लिए भी उन्होंने खुद मशीन तैयार की है जिसके साथ वे खुद भी मौली बना रही हैं और अन्य महिलाएं भी उनके साथ अपना रोजगार चला रही हैं।उ न्होंने कहा कि वह ₹10000 की मशीन देते हैं और ₹2000 का कच्चा माल देते हैं जो महिलाएं अपने घर पर काम करने के बाद खाली समय बचता है, उसमें काम करती हैं और जो प्रोडक्ट तैयार करती हैं, वे उनसे खुद इनको खरीद कर मार्केट में बेचने के लिए जाती हैं। Kurukshetra News
कई जिलों तक फैला बिजनेस
डिंपल ने बताया कि हालांकि उनकी शुरुआत काफी छोटी थी लेकिन अब उनका व्यापार काफी बड़ा हो गया है। वे अपने द्वारा तैयार किए गए प्रोडक्ट को कुरुक्षेत्र, करनाल, कैथल, यमुनानगर, अंबाला सहित कई जिलों में सप्लाई कर रही हैं, जिससे वे अच्छा मुनाफा कमा रही हैं। उनके साथ-साथ ऐसी बहुत सी महिलाएं हैं, जो सीधे ही मार्केटिंग का काम कर रही हैं। वे खुद प्रोडक्ट को तैयार करके मार्केट में बेच रही हैं और अच्छा पैसा कमा रही हैं।
15-20 हजार रुपए प्रति महीना कमा रही महिलाएं
डिंपल के साथ काम करने वाली महिलाओं ने बताया कि वे ग्रामीण परिवेश से हैं और उनके पास घर परिवार में काम करने की जिम्मेदारी रहती हैं लेकिन कुछ समय वे खाली रहती हैं और इस खाली समय का इस्तेमाल वे डिंपल के साथ काम करके कर रही हैं। डिंपल उनको पैकिंग करने के लिए या प्रोडक्ट को तैयार करने के लिए सामान देती हैं जिसके चलते महिलाएं 5000 से लेकर एक महीने में 15 से 20000 रुपए आसानी से हर महीने कमा रही है।
कुछ महिलाएं 4 से 5 घंटे ही 1 दिन में काम कर रही हैं जो करीब 5 से ₹6000 एक महीने के कमा रही हैं तो कुछ महिलाओं ने इसको परमानेंट अपना बिजनेस बना लिया है जो एक महीने में ₹20000 तक भी कमा रही हैं। उन्होंने कहा कि डिंपल की वजह से ही हम खुद समर्थ बन पाई हैं और अब उनको पैसों के लिए अपने परिवार के किसी सदस्य पर निर्भर नहीं रहना पड़ता और उनके पैसों से परिवार का गुजर बसर भी आसानी से हो रहा है।
मिसाल बनी डिंपल
डिंपल ऐसी हजारों लाखों महिलाओं के लिए आज एक मिसाल बन चुकी हैं। डिंपल ने जो सोचा था उसको करके दिखाया है। उसने खुद तो अपने लिए अच्छा रोजगार स्थापित किया है, इसके साथ-साथ सैकड़ों महिलाओं की रोजी-रोटी भी डिंपल के जरिए चल रही है। Kurukshetra News