India News (इंडिया न्यूज़), Mahashivratri 2025: महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर हरियाणा के खेल मंत्री गौरव गौतम और निकाय मंत्री विपुल गोयल सिंगार गांव के प्राचीन शिव मंदिर में जलाभिषेक करने पहुँचे। मंत्रियों ने भक्ति भाव से भगवान शिव का जलाभिषेक किया और पूजा अर्चना की। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि हरियाणा के नूंह जिले के गांव सिंगार स्थित श्री श्रंगेश्वर महादेव मंदिर का इतिहास भी महाभारत कालीन से है। जो मुगल काल में मंदिर को तो ध्वस्त कर दिया गया था लेकिन इस मंदिर के शिवलिंग को मुगल आक्रमणकारी ध्वस्त नहीं कर पाए। जो अब तक बना रहा है।
- 5000 पुराना है मंदिर का इतिहास
- जानिए क्यों पड़ा गाँव का नाम श्रृंगार
5000 पुराना है मंदिर का इतिहास
कुछ साल पहले इस गांव के लोगों ने इस मंदिर की पुनः चारदीवारी कर फिर से इसका जीर्णोद्धार किया है। इस मंदिर का इतिहास लगभग 5000 वर्ष पूर्व भगवान श्री कृष्ण द्वारा स्वयं श्रृंगेश्वर महादेव की स्थापना पांडव कालीन समय में की गई थी। यह मंदिर अपनी प्राचीनता और स्थापत्य कला के लिए जाना जाता है।
जानिए क्यों पड़ा गाँव का नाम श्रृंगार
जानकारी के मुताबिक पांडवों ने अपने अज्ञातवास के दौरान यहां कुछ समय बिताया था। भगवान श्री कृष्ण द्वारा मंदिर से कुछ दूरी पर स्थित सरोवर के किनारे श्रृंगार करने के कारण ही इस गांव का नाम श्रृंगार वन पड़ा था, जो अब वर्तमान में सिंगार के नाम से जाना जाता है। श्रद्धालुओं द्वारा महादेव के समक्ष जो मनोकामना मांगी जाती है, वो भोलेनाथ अवश्य पूर्ण करते हैं। अब तक सैकड़ों लोगों की मनोकामनाएं श्रृंगेश्वर भगवान पूरी कर चुके हैं।