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मंदिर सजाए जा रहे दुल्हन की तहर, साज-सज्जा का किया जा रहा काम
India News (इंडिया न्यूज), Chaitra Navratri 2025 : चैत्र नवरात्र की शुरुआत 30 मार्च से होने जा रही है। ऐसे में हरियाणा के सभी बाजार सग गए हैं। दुकानें मां की चुनरी, नारियल और पूजा सामग्री से गुलजार हो गईं हैं। श्रद्धालुओं ने नवरात्र को लेकर खरीदारी भी शुरू कर दी है, जिससे बाजारों में चहल-पहल काफी बढ़ी नजर आ रही है।
शाम होते ही पूजा सामग्री खरीदने के लिए दुकानों पर ग्राहकों की भारी भीड़ होने लगी है। वहीं मंदिरों पर नवरात्र को लेकर तैयारी तेज है। मंदिरों की साज-सज्जा का काम जोरों से चल रहा है और मंदिरों में श्रद्धालुओं को पूजा अर्चना के लिए किसी तरह की परेशानी न हो, इसके विशेष बंदोबस्त किए जा रहे हैं।
मंदिरों में उमड़ेगी भारी श्रद्धा
जींद की बात करें तो यहां नवरात्र पर जयंती देवी मंदिर, भूतेश्वर मंदिर, सत्यनारायण मंदिर, शिव मंदिर, माता वैष्णवी धाम, श्री सांई मंदिर व रघुनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ेगी। इस समय बाजारों में पूजा की थाली से लेकर व्रत के खाने का सामान और माता की चुनरी की दुकानें सजी हुई हैं। श्रद्धालु पूजा के लिए कलश, नारियल, चुनरी, रोली, पान, घी, धूप बत्ती, अगरबत्ती, लोंग, सुपारी व कपूर सहित पूजा में इस्तेमाल होने वाली सभी सामग्री खरीद रहे हैं।
नौ दिन के व्रत में अन्न से परहेज
वहीं नौ दिन के व्रत में अन्न से परहेज किया जाता है, इसलिए बाजार में कुट्टू, फल व व्रत के अन्य सामान की भी दुकानें सजी हैं। दुकानदार राजेश ने बताया कि नवरात्र को लेकर ग्राहकों की भीड़ बढ़ी है। बाजार में रौनक है। व्रत वाले लड्डू, साबू दाने वाली नमकीन पहले से ही बाजार में मौजूद है। वहीं नवरात्र पर व्रतधारियों का ख्याल कर कंपनियां कई रेडिमेड खाने पीने की चीजें बाजारों में लेकर आई हैं। आलू चिप्स में भी कई क्वालिटी हैं। इस बार फ्राइड आलू चिप्स की बजाए बेकेड आलू चिप्स अधिक पसंद किए जा रहे हैं।
उधर, जयंती देवी मंदिर के पुजारी चैत्र नवरात्रों में प्रतिदिन शाम को मां जयंती यज्ञ होगा। 3 अप्रैल को छठ पर मां जयंती मंदिर परिसर में जागरण होगा और 4 अप्रैल को सप्तमी पर मेला लगेगा। भजन संध्या और जागरण में मां की भेंट गाने के लिए देश व प्रदेश से कलाकार पहुंचेगे। मंदिर में पूजा के लिए किसी को परेशानी न हो, इसके लिए बेरिकेडिंग की जाएगी।
इस तरह करेंगे श्रद्धालु नवरात्र पर्व पर पूजा
1. 30 मार्च रविवार को मां शैलपुत्री
2. 31 मार्च सोमवार को मां ब्रह्मचारिणी, मां चंद्रघंटा
3. एक अप्रैल मंगलवार को मां कूष्मांडा
4. दो अप्रैल बुधवार को मां स्कंदमाता
5. तीन अप्रैल गुरूवार को मां कात्यायनी
6. चार अप्रैल शुक्रवार को मां कालरात्रि
7. पांच अप्रैल शनिवार को मां महागौरी
8. छह अप्रैल रविवार को मां सिद्धिदात्री, रामनवमी