India News (इंडिया न्यूज), Water Issue Haryana-Punjab : अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव, पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा ने कहा कि अगर हरियाणा सरकार ने अपने हिस्से के भाखड़ा के पानी को लेकर आवाज नहीं उठाई तो इसका हश्र भी सतलुज यमुना लिंक नहर की भांति होगा। सरकार अपने हिस्से को पूरा पानी लेने के लिए जो भी कदम उठाएगी कांग्रेस उसका पूरा सहयोग करेगी। साथ ही कुमारी सैलजा ने कहा कि केंद्र सरकार को इसमें दखल करते हुए हरियाणा को उसके हिस्से का पूरा पानी दिलाने के लिए कदम उठाना चाहिए। Water Issue Haryana-Punjab
- कहा-भाखड़ा के पानी को लेकर सरकार ने आवाज न उठाई तो इसका हश्र भी सतलुज यमुना लिंक नहर की भांति होगा
Water Issue Haryana-Punjab : सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के बावजूद सरकार एसवाईएल नहर बनाने में असफल रही
सांसद कुमारी सैलजा ने कहा कि पंजाब और हरियाणा सरकार के बीच में पानी का लेकर समझौता हुआ था। इसके तहत भाखड़ा नहर से पंजाब हरियाणा और राजस्थान को पानी देता है। अभी तक पंजाब हरियाणा को डेली साढ़े 09 हजार क्यूसिक पानी दे रहा था, जिसे 15 दिन पहले से घटाकर 04 हजार क्यूसिक कर दिया गया है। कुमारी सैलजा ने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार प्रदेश के हितों की रक्षा करने में पूरी तरह से विफल रही है, सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के बावजूद सरकार एसवाईएल नहर बनाने में असफल रही है। Water Issue Haryana-Punjab
एसवाईएल नहर बन गई होती तो यह हरियाणा के लिए जीवन रेखा साबित होती
अगर एसवाईएल नहर बन गई होती तो यह हरियाणा के लिए जीवन रेखा साबित होती। कुमारी सैलजा ने कहा कि कांग्रेस राज में एसवाईएल नहर का 85 प्रतिशत कार्य पूरा हो गया था। पर भाजपा सरकार इसके बाद नहर को पूरा नहीं कर पाई, जबकि पंजाब सरकार ने कड़ा रूख अपनाते हुए सर्वोच्च न्यायालय के आदेश की पालना न करते हुए इसे डी नोटिफाइड कर दिया था और पंजाब में नहर में मिट्टी डालकर उसे बंद कर दिया गया था। Water Issue Haryana-Punjab
Water Issue Haryana-Punjab : हरियाणा सरकार इस मामले में पूरी तरह से लापरवाह बनी रही
कुमारी सैलजा ने कहा है कि हरियाणा सरकार इस मामले में पूरी तरह से लापरवाह बनी रही, वह न तो पंजाब पर नहर निर्माण के लिए दवाब बना सकी और न ही केंद्र में भाजपा की सरकार होते हुए भी वह सर्वोच्च न्यायालय के आदेश का पालन करवाकर एसवाईएल नहर का निर्माण करवा सकी। कुमारी सैलजा ने कहा कि भाखड़ा नहर का निर्माण 1954 में हुआ तब संयुक्त पंजाब था ताकि हिसार, सिरसा, फतेहाबाद, कुरूक्षेत्र, जींद को सिंचाई और पीने के लिए पानी मिल सके।
पंजाब किसी भी सूरत में हरियाणा के हिस्से का पानी नहीं रोक सकता
कुमारी सैलजा ने कहा कि दोनों राज्यों के बीच में जो समझौता हुआ था उसके तहत पंजाब किसी भी सूरत में हरियाणा के हिस्से का पानी नहीं रोक सकता। कुमारी सैलजा ने कहा कि भाखड़ा नहर की सफाई न होने पर टेल पर पूरा पानी नहीं पहुंच रहा था, नहरों की सफाई को लेकर उनकी ओर से मुख्यमंत्री नायब सैनी को पत्र भी लिखा गया था अगर नहरों की साफ सफाई हो गई तो भाखड़ा में छोड़ा गया पानी पूरी मात्रा में टेल तक पहुंचता। कुमारी सैलजा ने कहा कि हरियाणा सरकार प्रदेश के हिस्से के पानी के लिए जो भी कदम उठाएगी कांग्रेस की ओर से उसे पूरा सहयोग दिया जाएगा। Water Issue Haryana-Punjab