India News (इंडिया न्यूज), Panipat News : 71 वर्षीय पूर्व सरपंच ईश्वर सिंह रूहल के द्वारा बेंगलुरु में आयोजित नेशनल लेवल की दौड़ प्रतियोगिता में 21 मिनट में 5 किलोमीटर की दौड़ में गोल्ड मेडल जीत कर समालखा विधानसभा क्षेत्र का नाम हरियाणा ही नहीं राष्ट्रीय स्तर पर ऊंचा करने का काम किया है गोल्ड मेडल जीतकर समालखा रेलवे स्टेशन पर लौटे खिलाड़ी ईश्वर सिंह का समालखा व अन्य काफी जगह से आए लोगों ने फूलमाला और नोटों की मालाओं से जोरदार स्वागत किया गया।
- कई गांव के लोगों के द्वारा किया गया उनका फूल और नोटों की माला से जोरदार स्वागत
- शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा के भाई हरपाल ढांडा ने की कार्यक्रम में शिरकत
- 17-18 साल के युवाओं के लिए 71 साल के बुजुर्ग खिलाड़ी पूर्व सरपंच ईश्वर सिंह हैं एक प्रेरणा
- युवा किसी न किसी खेल से जुड़े : सूरजभान रावल
Panipat News : 21 मिनट में 5 किलोमीटर की दौड़ लगाकर गोल्ड मेडल जीता
गौरतलब है कि गढ़ी भलौर गांव के पूर्व सरपंच ईश्वर सिंह रूहल 71 वर्ष की आयु में 18 वर्ष की आयु के युवाओं की तरह दौड़ लगाने का काम कर रहे हैं और इसी कड़ी में उन्होंने हाल फिलहाल में गत 4 मार्च से लेकर 9 मार्च तक बेंगलुरु के श्री कांतिरवा स्टेडियम में आयोजित नेशनल मैराथन दौड़ प्रतियोगिता का आयोजन करवाया गया जिसमें ईश्वर सिंह ने इस प्रतियोगिता में 21 मिनट में 5 किलोमीटर की दौड़ लगाकर गोल्ड मेडल जीता है तो वहां पर प्रतियोगिता के आयोजकों के द्वारा उनका जोरदार स्वागत किया गया।
नोटों और फूलों की मालाओं के द्वारा जोरदार स्वागत
गोल्ड मैडल लेकर समालखा रेलवे स्टेशन पर लौटे ईश्वर सिंह का प्रदेश के शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा के भाई हरपाल ढांडा, किसान यूनियन पानीपत के प्रधान सूरजभान रावल, रामकिशन बिहोली, पार्षद मनीष बेनीवाल, सतपाल चहल, दुलीचंद नंबरदार, श्रीनिवास खोखर, प्रवीन रुहल, कृष्णा रुहल, तेज सिंह, फतेह सिंह, विनोद रावल, मनजीत रूहल, रमेश, इंद्र व दीपक के अलावा अन्य काफी संख्या में कई गांव के लोगों ने ईश्वर का नोटों और फूलों की मालाओं के द्वारा जोरदार स्वागत किया। Panipat News
इस अवसर पर किसान यूनियन पानीपत के प्रधान सूरजभान रावल और 71 वर्षीय गोल्ड मैडल जीतने वाले खिलाड़ी ईश्वर सिंह ने बताया कि इससे पहले भी वह चंडीगढ़ में गोल्ड, पुणे में गोल्ड, अलवर राजस्थान में सिल्वर पदक, जयपुर में गोल्ड और मुंबई में सिल्वर मेडल जीत चुका है।
करीब 7-8 साल पहले जब वह दौड़ लगाना शुरू किया
राष्ट्र स्तर पर कई मेडल जीतने वाले खिलाड़ी ईश्वर सिंह ने बताया कि जब वह सरपंच था तो उसने युवाओं को प्रेरित किया कि युवा ज्यादा से ज्यादा खेलों में भाग लें, हालांकि ईश्वर सिंह एक किसान परिवार से जुड़े हुए व्यक्ति हैं, वह खेती करने के साथ-साथ खेलों में भी रुचि रखने लग गए और अब से करीब 7-8 साल पहले जब वह दौड़ लगाना शुरू किया तो उन्होंने मन में ठान लिया कि अब राज्य और राष्ट्र स्तर पर गोल्ड मैडल हासिल करने हैं और गोल्ड मेडल हासिल किए। ईश्वर ने यह भी बताया कि अब राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर तो वह काफी गोल्ड मैडल जीत चुके हैं। अब उनका सपना है कि वह एशिया में दौड़ में गोल्ड मेडल जीतकर भारत का नाम स्वर्ण अक्षरों में लिखवाने का काम करें।
21 किलोमीटर, 10 किलोमीटर, 5 किलोमीटर दौड़ जीतने वाले ईश्वर युवाओं के लिए प्रेरणा
71 वर्ष की आयु में भारत के बुजुर्ग किस तरह से खेल में आगे बढ़ सकते हैं। 71 वर्ष की आयु में 21 किलोमीटर, 10 किलोमीटर, 5 किलोमीटर या अन्य किलोमीटर के हिसाब से दौड़ जीतने वाले ईश्वर सिंह उन युवाओं के लिए एक प्रेरणा है जो युवा होकर भी कुछ नहीं कर पा रहे। उन्होंने युवाओं को संदेश दिया है कि युवा ज्यादा से ज्यादा खेलों से जुड़े, क्योंकि खेल हमें स्वस्थ शरीर देने के साथ-साथ समाज में राष्ट्र और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बहुत बड़ा सम्मान देने के साथ-साथ रोजगार के अवसर भी पैदा करता है, इसके बाद खिलाड़ी ईश्वर सिंह रूहल को उनके परिजन गाड़ियों में बैठाकर गढ़ी भलौर गांव में ले गए। Panipat News