प्रवीण वालिया-करनाल India News (इंडिया न्यूज), Karnal Municipal Corporation : सम्पत्ति कर डिफाल्टरों के विरूद्घ नगर निगम करनाल ने मंगलवार को एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। कार्रवाई में शहर की 7 संपत्तियों को अटैच यानि कुर्की की गई है। इन सम्पत्तियों पर करीब 24 लाख रुपये का सम्पत्ति कर लंबे समय से बकाया चला आ रहा था, जिस कारण यह डिफाल्टर की श्रेणी में थे। इन संपत्तियों को हरियाणा नगर निगम अधिनियम 1994 की धारा 130 के तहत अटैच किया गया है। यह जानकारी नगर निगम आयुक्त डॉ. वैशाली शर्मा ने दी। Karnal Municipal Corporation

  • 6 सम्पत्ति मालिकों ने मौके पर 48 लाख 70 हजार रुपये के सौंपे चेक :  डॉ. वैशाली शर्मा, निगमायुक्त
  • प्रॉपर्टी टैक्स डिफाल्टरों पर कार्रवाई रहेगी जारी
  • टैक्स अदा कर कुर्की की कार्रवाई से हो चिंता मुक्त- निगमायुक्त

Karnal Municipal Corporation : 2 दिन का लिखित में समय मांगा

कार्रवाई की जानकारी देते उन्होंने बताया कि मंगलवार को 14 सम्पत्तियों को अटैच करने की कार्रवाई की जानी थी। इनमें से 7 को अटैच कर लिया गया है, जबकि 6 सम्पत्ति मालिकों ने अटैचमेंट की कार्रवाई से बचने के लिए मौके पर ही करीब 48 लाख 70 हजार रुपये की राशि के चेक टीम को सौंप दिए। इसके अतिरिक्त एक प्रॉपर्टी, एन.एच.-44 स्थित द रूतबा पैलेस के संचालक की ओर से सम्पत्ति कर जमा करवाने के लिए 2 दिन का लिखित में समय मांगा है।

2-2 नोटिस जारी किए गए थे, इसके बाद इन्हें अटैचमेंट का नोटिस भी जारी किया

उन्होंने बताया कि सम्पत्ति कर एकत्र करने को लेकर उपरोक्त सभी सम्पत्ति मालिकों को 2-2 नोटिस जारी किए गए थे। इसके बाद इन्हें अटैचमेंट का नोटिस भी जारी किया गया था, परंतु संपत्ति मालिकों के द्वारा इसे गंभीरता से नहीं लिया गया, जिसके चलते अटैचमेंट की कार्रवाई गई। कार्रवाई को अंजाम देने के लिए उप निगम आयुक्त अभय सिंह को ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया था, जबकि क्षेत्रीय कराधान अधिकारी अंकुश पराशर, कर अधीक्षक गगनदीप सिंह तथा प्रवर्तन दल के सदस्य मौजूद कार्रवाई में मौजूद रहे। Karnal Municipal Corporation

Karnal Municipal Corporation : इन संपत्तियों को किया कुर्क

कार्रवाई के दौरान 7 डिफाल्टर संपत्तियों की कुर्की की गई है। इनमें अस्पताल चौक स्थित बीकानेर भोजनालय, सम्पत्ति कर 3 लाख 78 हजार 889 रुपये, मॉडल टाऊन स्थित कबीर एंटरप्राइसेस, सम्पत्ति कर 8 लाख 41 हजार 123 रुपये, सेक्टर-8 स्थित एक दुकान, सम्पत्ति कर 6 लाख 34 हजार 720 रुपये, सेक्टर-7 स्थित एक दुकान, सम्पत्ति कर 3 लाख 78 हजार 150 रुपये।

सेक्टर-4 स्थित भारत गैस भंडारण गोदाम, सम्पत्ति कर 7 लाख 84 हजार 423 रुपये, सेक्टर-3 स्थित इंडियन मोटर्स हवाई भोजनालय, सम्पत्ति कर 6 लाख 38 हजार 706 रुपये तथा प्रीतम नगर स्थित शर्मा स्पेयर पार्ट्स, सम्पत्ति कर शामिल 6 लाख 3 हजार 891 रुपये है। बता दें कि कबीर एंटरप्राइसेस के मालिक द्वारा अटैचमेंट की कार्रवाई के बाद नगर निगम कार्यालय में आकर सम्पत्ति कर जमा करवा दिया गया है।

इन सम्पत्ति मालिकों ने मौके पर जमा करवाया प्रॉपर्टी टैक्स

अटैचमेंट कार्रवाई के दौरान 6 सम्पत्ति मालिकों ने मौके पर सम्पत्ति कर जमा करवाया है। इनमें रेड कारपेट लॉन सम्पत्ति कर 9 लाख 23 हजार रुपये, विश्वकर्मा इंजीनियरिंग वर्क्स, सम्पत्ति कर 9 लाख 18 हजार 35 रुपये, पर्ल फोर्ड शोरूम, सम्पत्ति कर 9 लाख 97 हजार 645 रुपये, मोती नगर स्थित एक प्रॉपर्टी, सम्पत्ति कर 5 लाख 5 हजार 371 रुपये, प्रीमत नगर स्थित भंडारण गोदाम, सम्पत्ति कर 4 लाख 17 हजार 328 रुपये तथा द डिवाइन बैंक्वेट लॉन, सम्पत्ति कर 6 लाख 90 हजार 20 रुपये शामिल है। Karnal Municipal Corporation

बकायादार जल्द से जल्द अपना प्रॉपर्टी टैक्स जमा करवाकर निश्चिंत हो जाएं

उन्होंने कहा कि यदि अटैचमेंट की गई संपत्तियों के मालिकों द्वारा नगर निगम में सम्पत्ति कर जमा नहीं करवाया जाता, तो उनकी संपत्तियों को नीलाम कर नगर निगम सम्पत्ति कर वसूल करेगा। उन्होंने कहा कि सभी बकायादार जल्द से जल्द अपना प्रॉपर्टी टैक्स जमा करवाकर निश्चिंत हो जाएं। उन्होंने यह भी चेताया कि कुर्की की गई संपत्तियों को अगर कोई व्यक्ति अतिक्रमण या किसी प्रकार की छेड़छाड़ करता है, तो उसके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई अम में लाई जाएगी।

नगर निगम का बकाया प्रॉपर्टी टैक्स करोड़ो रुपये में

दूसरी ओर निगमायुक्त डॉ. वैशाली शर्मा का कहना है कि नगर निगम का बकाया प्रॉपर्टी टैक्स करोड़ो रुपये में है। इसमें सरकारी व गैर-सरकारी संस्थान भी शामिल हैं। इसके अलावा 1 लाख रुपये से ऊपर के भी बड़ी संख्या में प्रॉपर्टी टैक्स डिफॉल्टर हैं। नगर निगम के प्रयास जारी हैं।

सभी बकायेदारों से कर की वसूली की जाएगी। अगर कोई सम्पत्ति कर नहीं जमा करवाता, तो उसके विरुद्ध नगर निगम सख्त कार्रवाई अमल में लाएगा। उन्होंने कहा कि यदि बकायादार नगर निगम के खजाने में सम्पत्ति कर जमा करवाता है, तो यह शहर के विकास और जनता की सुविधाओं पर ही खर्च होगा। Karnal Municipal Corporation

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