• निशांत की शहादत व परिवार की देश सेवा को सलाम

India News (इंडिया न्यूज), Rajouri Attack : साल 2022 में हिसार जिले के गांव रामायण डंडेरी के शहीद सिपाही निशांत मलिक की बहन कुमारी नीरज को हरियाणा सरकार द्वारा लोक निर्माण विभाग में कनिष्ठ अभियंता के पद पर नौकरी दी गई है। यह नियुक्ति पत्र शहीद के परिजनों की मौजूदगी में हरियाणा सचिवालय चंडीगढ़ में लोक निर्माण विभाग मंत्री रणबीर गंगवा ने कुमारी नीरज को दिया गया। इस दौरान हांसी स्थानीय भाजपा विधायक विनोद भयाना भी विशेष रूप से मौजूद रहे। रणबीर गंगवा ने कहा कि आज बड़े गौरव की बात है कि देश सेवा के लिए महज 21 वर्ष की आयु में अपने प्राणों की आहुति देने वाले शहीद सैनिक निशांत की बहन कुमारी नीरज को लोक निर्माण विभाग में कनिष्ठ अभियंता के पद पर नियुक्ति दी गई है।

भाजपा परिवार हमेशा से शहीदों का सम्मान करता आया

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भाजपा परिवार हमेशा से शहीदों का सम्मान करता आया है। उन्होंने मुख्यमंत्री नायब सैनी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनके मार्गदर्शन में आज इस परिवार को यह नियुक्ति पत्र दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि निशांत का जन्म 2001 में हुआ था। मात्र 19 साल की आयु में ही 2020 में उन्होंने भारतीय सेवा ज्वाइन की थी। इसके बाद करीब 2 साल 5 महीने की सेवा में जम्मू कश्मीर के पूछ राजौरी में उग्रवादियों से युद्ध के दौरान वे वीरगति को प्राप्त हुए।

उनकी शहादत पर पूरे देश व प्रदेश को गर्व है। गंगवा ने कहा कि शहीद निशांत के पिता भी भारतीय सेवा में हवलदार के पद से रिटायर हुए हैं। अदम्य साहस दिखाते हुए 4-8-1999 को कब्जाई हुई जमीन को छुड़वाने के लिए दुश्मन की टीम पर अटैक किया था। इस मुठभेड़ में इनकी बाजू में गोली लगी थी वह पैरों में ग्रेनेड के स्प्लेंडर लगे थे। निशांत के पिता जयवीर कारगिल युद्ध में घायल उत्कृष्ट सैनिकों में से एक है। उन्होंने बताया कि इससे पूर्व केंद्र सरकार की ओर से दी जाने वाले शहीद परिवारों को 50 लाख की सम्मान राशि दी जा चुकी है, जबकि नौकरी की व्यवस्था प्रदेश सरकार द्वारा की जाती है। गंगवा ने बताया कि इससे पहले सेना में शहीद होने वाले सैनिक की बहन को नौकरी नहीं दी जाती थी। इस नियम में बदलाव इससे पूर्व की मनोहर लाल सरकार द्वारा किया गया है।

इस मौके पर मौजूद हांसी के विधायक विनोद भयाना ने निशांत की बहन नीरज को नियुक्ति पर सौंपने पर नायब सैनी व लोक निर्माण विभाग मंत्री रणबीर गंगवा का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि जिस वक्त निशांत के शव को मुखाग्नि दी जा रही थी। तब पूरे शहर के हर व्यक्ति की आंख में आंसू थे लेकिन उसके पिता उसे वक्त भी अपने बेटे की शहादत पर फक्र महसूस कर रहे थे। जिसके लिए वह दिल से निशांत के पिता जयवीर और माता राजबाला को सलाम करते हैं।

पिता व पुत्री की दोनों की आंखें हुई नम

जैसे ही प्रदेश सरकार में लोक निर्माण विभाग मंत्री रणबीर गंगवा द्वारा कुमारी नीरज को नियुक्ति पत्र  सौंपा तुरंत ही दोनों पिता पुत्री सहित वहां मौजूद हर किसी आंखे नम थी । क्योंकि महज 21 वर्ष की आयु भारत माता की रक्षा करते हुए निशांत वीरगति को प्राप्त हो गए।