India News (इंडिया न्यूज), Rohtak PGI Big Negligence : रोहतक पीजीआई में एक बहुत ही बड़ी लापरवाही के चलते बहुत दर्दनाक घटना हो गई, जिसमें एक साल की बच्ची की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि बच्ची नहाते समय पानी के तब में डूब गई थी, जिससे उसकी हालत बिगड़ गई, बच्ची को उपचार के लिए रोहतक पीजीआई लगाया गया, जहां बेबस पिता करीब आठ घंटे वेंटिलेटर के इंतजार में खड़ा रहा, लेकिन उसकी बची को वेंटिलेंटर नहीं मिला और तड़प-तड़प के एक पिता के सामने उसकी मासूम बच्ची ने दम तोड़ दिया। Rohtak PGI Big Negligence

Rohtak PGI Big Negligence : अस्पताल प्रशासन की एक बहुत ही बड़ी लापरवाही

ये कोई छोटी-मोटी बात नहीं है, ये अस्पताल प्रशासन की एक बहुत ही बड़ी लापरवाही है। बता दें कि मूल रूप से मध्यप्रदेश के रहने वाले पवन हरवार अपने पिता और पत्नी के साथ सोनीपत में दिहाड़ी मजदूरी का काम करता था।

वह राज मिस्त्री का काम भी करता था पवन की एक साल की बेटी प्रियनसीता कल नहाते वक्त पानी के टब में डूब गई थी, जिसे सोनीपत से पीजीआई रोहतक रैफर किया गया था, लेकिन यहाँ वेंटिलेटर नहीं मिला तो 8 घण्टे तक बेबस पिता हाथों से मासूम को ऑक्सीज देता रहा। बच्ची के पिता का आरोप है कि डॉक्टर से मिन्नते करने, गिड़गिड़ाने के बावजूद भी उसकी बच्ची को वेंटिलेटर नहीं मिला और उच्च अधिकारियों ने भी सुध नही ली।

समय पर वेंटिलेटर मिलता तो बच्ची जिंदा होती

वहीं माँ ने बिलखते हुए कहा, ऐसे लोगों को सजा मिले ताकि किसी और के बच्चे के साथ ऐसा अन्याय ना हो। उन्होंने अपनी मज़बूरी को कोसते हुए कहा कि ‘हम गरीब नहीं होते तो मेरी बेटी मेरे साथ होती, समय पर वेंटिलेटर मिलता तो बच्ची जिंदा होती। वहीं पीजीआई प्रशासन इस मामले में कुछ बोलने से बचते नजर आ रहा है। पुलिस अधिकारी पवन कुमार ने बताया की 1 साल की बच्ची की डूबने से मौत हुई है, जिसका पोस्टमार्टम करवाया जाएगा और शिकायत दर्ज करने गई है। Rohtak PGI Big Negligence

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