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दंपति और पुत्र सहित 4 लोगों पर एफआईआर दर्ज, पंजाब के कोटकपूरा में इमीग्रेशन का काम करते हैं आरोपी
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सुखप्रीत सिंह का कहना है कि 2024 में उसे पता चला कि उक्त लोग युवाओं को विदेश भेजने का काम करते हैं। इसके बाद कोटकपूरा जाकर उक्त लोगों से मुलाकात की। सुखजीत सिंह ने उसे कहा कि उसके पास यूके की पीआर है। वह काफी लोगों को विदेश भेज चुका है। सुखप्रीत का कहना है कि सुखजीत सिंह, प्रमिंद्र कौर, मिलन व तजिंद्र सिंह की बातें सुनकर उसे उन पर भरोसा हो गया।
उक्त लोगों ने उसे यूके का वर्क परमिट दिलवाने का विश्वास दिलाकर उससे 20 लाख रुपये मांगे। इसके बाद सुखप्रीत ने आरोपियों के खाते में 15 लाख 30 हजार रुपये ऑनलाइन पेमेंट डाल दी। सुखप्रीत का कहना है कि एक दिन उसके पास सुखजीत सिंह का फोन आया। उसने कहा कि वह कॉस बायोमेट्रिक लेटर भेज रहा है, आपको 31 जुलाई 2024 को चंडीगढ़ में बायोमेट्रिक के लिए जाना है।
इमीग्रेशन ऑफिस पहुंचा तो सभी कागजात फर्जी निकले
सुखप्रीत का कहना है कि वह सुखजीत द्वारा भेजे गए कागजात लेकर चंडीगढ़ स्थित वीएमएस ऑफिस इमीग्रेशन पहुंचा। यहां कार्यरत अधिकारियों ने उसे कहा कि ये कागजात फर्जी हैं। यह सुनकर सुखप्रीत घबरा गया। उसने तुरंत सुखजीत सिंह को फोन किया, लेकिन उसने फोन नहीं उठाया। उसकी पत्नी, पुत्र व पार्टनर को फोन किया तो उन्होंने भी फोन नहीं उठाया।
इसके बाद वह कोटकपूरा पहुंचा और उक्त लोगों से बात की। उक्त लोगों ने कहा कि 7 दिनों के भीतर आपके पैसे अकाउंट में डाल दिए जाएंगे। इसके बाद उक्त लोगों ने रुपये वापस करने से मना कर दिया। जांच अधिकारी एएसआई देवेंद्र कुमार कहना है कि आरोपियों के खिलाफ विभिन्न आपराधिक धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया गया है। जल्द ही आरोपियों को पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा।