India News (इंडिया न्यूज), CPS Rajesh Khullar : मुख्यमंत्री के चीफ प्रिंसिपल सेक्रेटरी राजेश खुल्लर ने शुक्रवार को जिले के गांव कुराड़ में जल शक्ति अभियान के तहत पानीपत की लाइफ लाइन ड्रेन नंबर 2 में सिंचाई विभाग द्वारा बनाए गए स्टोरेज कम स्टॉप रेगुलेटर 98200 का अवलोकन किया व अधिकारियों से इस प्रोजेक्ट के आम जन को क्या फायदे हैं के बारे में विस्तार से जानकारी ली व कुछ आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
उपायुक्त डॉक्टर विरेंदर कुमार दहिया ने सीपीएस को जानकारी देते हुए कहा कि इस प्रोजेक्ट की शुरुआत गत वर्ष करीब 10 करोड़ के लगभग लागत से हुई थी। इसका मुख्य उद्देश्य अंडरग्राउंड वॉटर को रिचार्ज करना है व किसानों का पानी के मामले में सहयोग करना है। CPS Rajesh Khullar
CPS Rajesh Khullar : स्टोर किए गए पानी का उपयोग खेती में सिंचाई के लिए भी होगा
उपायुक्त ने बताया कि इससे पानीपत समालखा व बापौली ब्लॉक और जिले के अन्य गांवों को लाभ पहुंचे। उपायुक्त ने बताया कि जल जीवन अभियान के तहत घटते जल स्तर को संतुलित करने और बाढ़ की स्थिति में आम जन को बाढ़ के पानी से होने वाले नुकसान से बचाना है। उपायुक्त ने बताया की करीब 13 किलोमीटर तक की दूरी वाले इस प्रोजेक्ट में किसान मत्स्य पालन का कार्य करके भी अपने रोजगार का सृजन कर सकते हैं। इसमें स्टोर किए गए पानी का उपयोग खेती में सिंचाई के लिए भी होगा। CPS Rajesh Khullar
CPS Rajesh Khullar : प्रोजेक्ट के लिए विभाग द्वारा एस्टीमेट तैयार किया गया
उपायुक्त ने बताया कि कचरौली और खोजकीपुर में भी कुराड के पैटर्न पर क्रॉस रेगुलेटर का निर्माण किया जाएगा। कचरौली वाले प्रोजेक्ट के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू होने वाली है जबकि खोजकीपुर प्रोजेक्ट के लिए विभाग द्वारा एस्टीमेट तैयार किया गया है। सीपीएस ने इस दौरान कुराड के प्रोजेक्ट की भी कई जानकारी सिंचाई विभाग के अधिकारियों से हासिल की।
पिछले 6 दिन में इस प्लांट में 100 क्यूसेक पानी को स्टोर किया गया
उन्होंने स्टोर किए गए पानी की क्षमता भी जानी और निर्देश दिए की पानी स्टोरेज करने के बाद और रिलीज करने के बाद इसके सैंपल लेकर चेक भी किया जाए। उपायुक्त ने बताया कि पिछले 6 दिन में इस प्लांट में 100 क्यूसेक पानी को स्टोर किया गया है। इसमें एलेरी रेटर की मदद से पानी की ऑक्सीजन लेवल को भी बढ़ाया जाता है। इस प्लांट में स्टोरेज किए बाढ़ के पानी और बारिश के पानी को स्टोर किया जाता है। जानकारी के अनुसार इसमें 112 हेक्टेयर मीटर पानी की स्टोरेज की क्षमता है।
जिले में पब्लिक हेल्थ, एचएसवीपी निगम के 800 के करीब ट्यूबवेल लगे
सिंचाई विभाग के कार्यकारी अभियंता सुरेश सैनी ने बताया कि समय-समय पर स्टोरेज किए गए पानी की जांच भी होती है व जिले में पब्लिक हेल्थ, एचएसवीपी निगम के 800 के करीब ट्यूबवेल लगे है। जिनसे भी भूमिगत जल प्रभावित हुआ है। इस प्लांट को बहुउद्देशीय प्लांट बताया। इस मौके पर पुलिस अधीक्षक भूपेंद्र सिंह, एसडीएम समालखा अमित कुमार, डीएसपी समालखा नरेंद्र कादियान, बीडीपीओ शक्ति सिंह व कई अन्य अधिकारी मौजूद रहे। CPS Rajesh Khullar