India News (इंडिया न्यूज),Surajkund Mela 2025: हरियाणा के फरीदाबाद जिले में 7 फरवरी से लेकर 23 फरवरी तक सूरजकुंड मेले का आयोजन किया जाएगा। अरावली की खूबसूरत वादियों में पिछले 37 वर्षों से आयोजित हो रहा यह मेला भारतीय शिल्प, संस्कृति और परंपराओं का प्रतीक बन चुका है। इस बार मेले में कई नई विशेषताएं देखने को मिलेंगी।

पहली बार दो थीम राज्य होंगे शामिल

हरियाणा पर्यटन निगम की प्रधान सचिव कला रामचंद्रन ने बताया कि इस साल पहली बार मेले में दो थीम राज्य शामिल किए गए हैं। ओडिशा और मध्यप्रदेश इस बार थीम राज्य होंगे। इनके माध्यम से मेले में इन राज्यों की सांस्कृतिक विरासत, शिल्पकला और परंपराओं की झलक देखने को मिलेगी।

अंतरराष्ट्रीय भागीदारी से बढ़ेगी मेले की रौनक

सूरजकुंड मेले में इस बार बिम्सटेक देशों की भी भागीदारी होगी। बांग्लादेश, भूटान, भारत, म्यांमार, नेपाल, श्रीलंका और थाईलैंड जैसे देश अपनी शिल्पकला और संस्कृति का प्रदर्शन करेंगे। इसके अलावा, नॉर्थ ईस्ट हैंडलूम एंड हैंडीक्राफ्ट एसोसिएशन को मेले का सांस्कृतिक साझेदार बनाया गया है। दिल्ली मेट्रो टिकटिंग पार्टनर के रूप में सहयोग करेगी, जिससे पर्यटकों के लिए यात्रा और सुविधाजनक होगी।

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2000 से अधिक स्टॉल और भव्य तैयारियां

मेले में इस बार 2000 से अधिक स्टॉल लगाए जाएंगे। इनमें देश-विदेश के शिल्पकार अपनी हस्तशिल्प और कला का प्रदर्शन करेंगे। मेले में देशभर के कारीगर अपनी अनूठी शिल्पकला पेश करेंगे, वहीं अंतरराष्ट्रीय शिल्पकार भी अपनी कला और संस्कृति की झलक दिखाएंगे। इस साल मेले की तैयारियां अधिक भव्य तरीके से की जा रही हैं, जिससे पर्यटकों को बेहतर अनुभव मिल सके।

तारीखों में हुआ बदलाव

आमतौर पर सूरजकुंड मेला 3 फरवरी से शुरू होता था, लेकिन इस बार इसे 7 फरवरी से शुरू किया जाएगा। मेले में आने वाले पर्यटकों के लिए यह बदलाव एक बेहतर अनुभव लेकर आएगा। सूरजकुंड मेला इस बार अपने खास आयोजनों, अंतरराष्ट्रीय रंगत और दो थीम राज्यों के संगम के कारण पहले से अधिक आकर्षक और यादगार होने की उम्मीद है।

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